
बिहार ब्रेकिंगः बिहार की कानून व्यवस्था को और चुस्त-दुरूस्त करने के लिए जो बेहद अहम चीज है वो यह है कि जरूरत के हिसाब से पर्याप्त पुलिस बल हो। फिलहाल बिहार सिपाहियों की कमी से जूझ रहा है लेकिन जल्द हीं इस समस्या से बिहार को निजात मिल जाएगी। सिपाहियों की कमी को पूरा करने के लिए हर साल 10 हजार सिपाहियों की बहाली होगी।
साथ ही भर्ती प्रक्रिया को और बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए भी लगातार काम किया जा रहा है. हाल ही में दारोगा भर्ती परीक्षा को लेकर आये पटना हाईकोर्ट के निर्णय और पटना पुलिस लाइन में हुए उपद्रव को लेकर भी सरकार सचेत हो गयी है. इसलिए भर्ती प्रक्रिया से लेकर पुलिस प्रशिक्षण तक पर खास ध्यान है. ऐसे तमाम बिंदुओं को लेकर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने पुलिस मुख्यालय और गृह विभाग के पदाधिकारियों के साथ विमर्श किया.पिछले हफ्ते ही दारोगा भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए हाईकोर्ट ने मुख्य परीक्षा का रिजल्ट रद्द कर दिया था. इसको लेकर काफी किरकिरी हुई है.

इसी क्रम में पुलिस लाइन में सिपाहियों का उपद्रव हो गया. इसको मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंभीरता से लिया है. सोमवार को ही पुलिस के आला अधिकारियों के साथ इसको लेकर बैठक भी हुई