
बिहार ब्रेकिंग

लोकतंत्र की जननी बिहार में सियासी पारा कभी भी जोर पकड़ लेता है, जोड़-तोड़ शुरू हो जाती है। इसी क्रम में राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही बिहार में दल-बदल और जोड़-तोड़ एक बार फिर से शुरू हो गया है। इसी घटनाक्रम में आज कांग्रेस और राजद के कई दिग्गज जदयू में शामिल होने जा रहे हैं। इसके लिए जदयू ने मिलन समारोह का भी आयोजन किया है। इससे भी पहले ललन सिंह के जदयू का कमान संभालते ही विधानसभा टिकट नहीं मिलने से नाराज जदयू छोड़ चुके पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा की घर वापसी हुई और अब आज राजद से पांच बार विधायक चुने जा चुके और लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले राजद नेता पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी और कांग्रेस के नेता राजेश राम जदयू का तीर थामने जा रहे हैं।
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मुनेश्वर यादव पिछले विधान सभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने की वजह से राजद छोड़ कुछ दिन के लिए पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी में चले गए थे। अब उन्होंने फैसला किया कि वो नीतीश कुमार के साथ राजनिति की अगली पारी खेलेंगे। पंचायत प्रतिनिधि से चुनाव जीत कर एमएलसी रहे राजेश राम भी कांग्रेस को अलविदा कह आज ही जदयू का दामन थामेंगे। राजेश राम पूर्व सांसद पूर्णमासी राम के भाई भी हैं और इनके परिवार की चंपारण की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। दलबदल की इस पहल पर जदयू के वरिष्ठ नेता व पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह कहते हैं जो लोग भी जदयू के प्रति आकर्षित होकर आ रहे हैं वो नीतीश कुमार के विकास कार्यों से प्रभावित हैं। नीतीश कुमार का यही यूएसपी भी है। जदयू नेता ने कहा कि ये तो अभी शुरुआत है, अभी कई और दूसरे दलों के नेता जदयू के सम्पर्क में हैं। बहुत जल्द कई और लोग जदयू में शामिल होने वाले हैं।