

अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी के प्रोन्नति की खबर महज झूठी निकली। कृषि पदाधिकारी पर चौकीदार को अपमानित करने की खबर पर बिहार सरकार ने तत्काल कार्रवाई की बात कही थी। खुद कृषि मंत्री ने भी उक्त अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी। लेकिन अचानक रविवार को खबर फैली की कृषि पदाधिकारी को प्रोन्नति कर कृषि विभाग में उपनिदेशक का पद दिया गया है। जिसके बाद कृषि विभाग ने मामले को स्पष्ट करते हुए कहा है कि वे पहले ही। डिप्टी डाइरेक्टर स्तर के पदाधिकारी हैं एवं उनका केवल तबादला किया गया है प्रोमोशन नहीं।
अररिया में चौकीदार को अपमानित करने वाले कृषि पदाधिकारी की प्रोन्नति की खबरों का कृषि मंत्री ने सिरे से खंडन कर दिया है। कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि उक्त अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। और जांच में दोषी पाए जाने पर उनका निलंबन और गिरफ्तारी दोनों होगा लेकिन सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही है कि दोषी कृषि पदाधिकारी को बचाने के लिए उसका प्रोन्नति कर पटना बुला लिया गया है जो कि सरासर गलत है। मामले में कृषि विभाग ने यह भी साफ किया है कि पदाधिकारी का सिर्फ स्थानांतरण किया गया न कि प्रोमोशन। वे पहले से ही डिप्टी डायरेक्टर स्केल में हैं।
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दरअसल अररिया में होमगार्ड जवान के साथ बदसलूकी मामले में सवालों के घेरे में आए अररिया जिला कृषि पदाधिकारी को उप निदेशक का पद देते हुए उनका स्थानांतरण कृषि विभाग के पटना स्थित प्रशिक्षण कार्यालय में किया गया है। विभाग के इस आदेश के बाद आरोपी कृषि पदाधिकारी को दंडित करने की बजाय प्रमोशन देने को लेकर सवाल भी उठने लगे हैं लेकिन विभागीय मंत्री ने ही इस बात का खंडन किया।