
रिपोर्ट-मो.अंजुम आलम,जमुई (बिहार)

जमुई: एक ओर सरकार दावा कर रही है कि उज्ज्वला योजना के तहत सभी ग्रामीण महिलाओं को लाखों गैस कनेक्शन मुफ्त में दी गई है लेकिन दावों की जमीनी स्तर पर क्या हक़ीक़त है वो मंगलवार को सामने आई है।सदर थाना क्षेत्र के अगाहरा गांव में एक दलित महिला मनोज माँझी की पत्नी पुआल से खाना बनाने के दौरान पूरी तरह झुलस गई।जिसे परिजनों द्वारा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहाँ महिला का इलाज किया जा रहा है।
आग से झुलस कर घायल हुई दलित महिला ने बताई की उसके पास पहचान के लिए सिर्फ आधार कार्ड ही है।जबकि राशनकार्ड और वोटर कार्ड मुखिया द्वारा नहीं बनाया गया है।राशन कार्ड नहीं होने की वजह से उसे गैस कनेक्शन नहीं दिया गया था।जिस वजह से गरीब दलित महिला चूल्हे पर पुआल से खाना बना रही थी तभी अचानक बगल में रखे पुआल में आग लग गई।जबतक महिला की नज़र पड़ी तबतक आग महिला के साड़ी को पकड़ ली।चीखने-चिल्लाने के बाद परिजन द्वारा आग बुझाया गया और महिला को घायल अवस्था मे भर्ती कराया गया।इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार उज्ज्वला योजना का खानापूर्ति कर महज झूठा ढोल पीट रही है।