
संतोष कुमार पाण्डेय

लखीसराय जिले के अतिथि गृह में जदयू राष्ट्रीय महासचिव सह राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह ने प्रेसवार्ता कर केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा पर शिक्षा में सुधार करने के मुद्दे पर जमकर भड़ास निकाली। उनके नए प्रस्ताव में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की मांग की थी और कहा था कि अगर बिहार सरकार हमारी 25 सूत्री मांग को मान ले तो हम सब कुछ छोड़ने को तैयार हैं। ज्ञातव्य हो कि केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा बिहार में शिक्षा सुधार को लेकर लगातार अभियान चला रहे हैं।जदयू के एनडीए में शामिल होने के बाद रालोसपा का शिक्षा को लेकर जागरूकता अभियान में तेजी आई है।शिक्षा सुधार के बहानें उपेन्द्र कुशवाहा नीतीश कुमार पर हमला बोलने से नही चुक रहे हैं। उपेन्द्र कुशवाहा ने एनडीए और बिहार सरकार के सामने नया प्रस्ताव रखा है।बिहार में शिक्षा सुधार को लेकर मेरी पार्टी के 25 सूत्री मांग को बीजेपी हस्तक्षेप करके सीएम नीतीश से लागू करवाए। अगर सार्वजनिक रूप से घोषणा की जाती है कि बिहार के गरीब बच्चों की शिक्षा में सुधार को लेकर रालोसपा की 25 सूत्री मांग बिहार सरकार मान रही है, तो हम अपमान और सीट शेयरिंग की बात छोड़ने को तैयार हैं। हम जनता के लिए राजनीति करते हैं।
सीटें हमें क्यों चाहिए, ताकि हम जनता का कल्याण करें ।जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने केन्द्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि देखिए उनके नेताओं ने स्पष्ट कहा है कि उनका एलायंस बिहार में नहीं है। दिल्ली स़े एलायंस है। जहाँ तक शिक्षा की बात करते हैं तो वो खुद केन्द्र में शिक्षा राज्य मंत्री रहे है, अभी भी है उनके द्वारा शिक्षा मे सुधार कहाँ कहाँ हुआ है। बिहार का डाटा उठा कर देख लिजिए।बर्ष 2005 मे साढ़े 12प्रतिशत बच्चा स्कूलों से बाहर थे अब नीतीश बाबू की सरकार ने जो काम किया है जिससे आज एक प्रतिशत से भी कम बच्चे स्कूल से बाहर है। इससे बडा और क्या प्रमाण चाहिए ।
जो शिक्षा के सुधार की बात करते हैं पता कर लीजिए कौन कौन लोग थे। वो शिक्षा के व्यापक पैमाने को समझे। पहले बिहार में कितने यूनिवर्सिटी आज भी नीतीश कुमार मुंगेर मे विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया गया है। बिहार में कितने मेडिकल कॉलेज था अब देखिए कुल 24मेडिकल कॉलेज है। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा लगातार प्रत्येक जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज, आईटीआई, पोलिटैक्निक काँलेज खोल रहा है। हरेक पंचायत और सबडिवीजन मे हाई स्कूल खुल रहे हैं। शिक्षा के प्रति बिहार सरकार जागरूक है।जिनको नहीं दिखता है वो अपने आँख को चेक करवा ले।