
बिहार ब्रेकिंगः कभी अपनी मिठास से सराबोर करने वाली भाषा भोजपुरी आज अश्लीलता की वजह से बदनाम है। आरोप सब पर लगता है इसे कलंकित करने का। गायक, गीतकार, निर्देशक, निर्माता सब इस विसंगति के लिए जिम्मेवार समझे जाते हैं। लेकिन भोजपुरी अभिनेता और गायक खेसारी लाल यादव हाल के दौर में अश्लीलता को लेकर ज्यादा निशाने पर रहे हैं। वे अक्सर अपने बयानों की वजह से भी चर्चा में आ जाते हैं। कुछ बयानों पर उन्हें माफी भी मांगनी पड़ी है।

अब खेसारी लाल यादव ने जो बयान दिया है वो बेहद बेतुका और आपत्तिजनक लगता है। खेसारी लाल यादव ने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि भोजपुरी में अश्लीलता नहीं है लोगों की सोंच में गड़बड़ी है। सड़क पर बहुत से लोग चलते हैं यह आप पर निर्भर है कि आप किसे देखना चाहते हैं। दुनिया मंे चलने वाले लोग गलत नहीं होते हमारी सोंच गलत होती है जो हम उनके बारे में गलत सोंच लेते हैं। यह अपने आपमें बेहद बेतुका तर्क है इस तर्क पर खेसारी लाल यादव से पूछा जाना चाहिए कि अश्लीलता को अश्लीलता कहना लोगों की सोंच की गड़बड़ी है। तब तो अपराधी भी अपराधी नहीं है लोगों की सोंच मे वो अपराधी है। अगर खेसारी लाल के तर्क को सही मानें तो हमें अपराधियों को भी सन्यासी कहना चाहिए।
खेसारी लाल अपने गानों की वजह से खासे चर्चा में रहे हैं। अश्लीलता परोसने के आरोप उनपर लगते रहे हैं। सानिया मिर्जा को लेकर एक गाने की वजह से उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। हाल में उनपर हमला भी हुआ था। ऐसे हमलों को कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता लेकिन अश्लीलता से जुड़े बुनियादी सवाल हैं उसे बेतुके तर्कों से जमींदोज करनी की कवायद भी गलत है। भोजपुरी आज उस दौर में है जहां यह कहा जाता है कि अश्लीलता अपनी सीमा लांघ गयी है। मिठास वाली यह भाषा कुछ ओछे कलाकारों की शार्टकर्ट वाली मानसिकता की भेंट चढ़ती जा रही है। वैसे में खेसारी लाल का यह बयान की भोजपुरी में अश्लीलता नहीं है सोंच में गड़बड़ी है बेहद आपत्तिजनक है।