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पटना जिला प्रशासन ने मकर संक्रांति के अवसर पर 14-15 जनवरी को निजी नावों के परिचालन पर रोक लगाई है। स्नान करने वालों की सुरक्षा हेतु NDRF और SDRF की टीम गंगा नदी में गश्त करेगी। असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखते हुए आकस्मिकता की स्थिति में पर्याप्त सुरक्षा कर्मी तैनात होंगे। प्रशासन ने अलग-अलग अनुमंडलों में स्थित नदी घाटों को 7 सेक्टर में बांटकर वहां एसडीआरएफ टीम को तैनात किया है। प्रत्येक टीम में गोताखोरों व जवानों को 2-2 मोटर बोट के साथ आवश्यक संसाधन दिए गए हैं एसडीआरएफ की 1 टीम को भी रिजर्व रखा गया है। सभी अंचल अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्राधिकारी में नदियों और तालाबों पर लाइफ जैकेट के साथ नाविकों एवं गोताखोरों को तैनात रखने का निर्देश दिया गया है।
वहीं, मकर संक्रांति पर गंगास्नान को लेकर घाटों पर 50 मजिस्ट्रेट व 200 पुलिस पदाधिकारी तैनात रहेंगे। घाटों पर वाच टावर के साथ पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रहेगी। घाटों पर ड्रॉप गेट का निर्माण होगा। सात घाटों पर निर्मित नियंत्रण कक्ष में मेडिकल टीम सहित एंबुलेंस की व्यवस्था रहेगी। एडीएम विधि-व्यवस्था, सिटी एसपी मध्य, पूर्वी व पश्चिमी, ग्रामीण एसपी अपने-अपने क्षेत्र में वरीय प्रभार में रहेंगे। 14 व 15 को गंगा घाटों पर राहत एवं बचाव के लिए आठ एसडीआरएफ टीमें तैनात रहेंगे। उमानाथ घाट, त्रिवेणी व मस्ताना घाट, गाय घाट, भद्र घाट, कंगन घाट, गांधी घाट से कलेक्ट्रेट घाट, कुर्जी बालू पर घाट, एलसीटी घाट से दीघा पाटी पुल घाट, नासरीगंज घाट से दानापुर पीपा पुल घाट तक, मनेर में हल्दी छपरा घाट पर सुरक्षा की व्यवस्था रहेगी।
पटना डीएम और पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मकर संक्रांति पर गंगा नदी के अलग-अलग घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। घाटों पर श्रद्धालु अपने परिवार के सदस्यों के साथ स्नान करने आते हैं। जिन घाटों पर भीड़ ज्यादा होने की संभावना है वहां पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी। असामाजिक तत्वों और अशांति फैलाने वालों लोगों पर कड़ी नजर रखी जाएगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।