
बिहार ब्रेकिंग डेस्क

लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद भाजपा ने भोजपुरी एक्टर पवन सिंह को आसनसोल से उम्मीदवार बनाया लेकिन पवन सिंह ने मना कर दिया। और उन्होंने काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलय नामांकन दाखिल किया। काराकाट लोकसभा सीट पर पवन सिंह की उम्मीदवारी के बाद मामला त्रिकोणीय हो गया। इसी बीच मंगलवार को पवन सिंह की मां ने भी काराकाट लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया। एक ही सीट पर मां बेटे दोनों के मैदान में उतरने से लोग तरह तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। मामले में पवन सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए मां के नामांकन करने का कारण बताया और कहा कि लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी के रणनीति का हिस्सा हमेशा ही उनकी मां रही हैं।
कुछ दिनों पहले भाजपा के मंत्री प्रेम कुमार ने एक बयान दिया था कि अगर पवन सिंह अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे तो उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। काराकाट लोकसभा सीट पर पवन सिंह ने 9 मई को अपनी मां के साथ समाहरणालय पहुंच कर नामांकन दाखिल किया था और 14 मई को उनकी मां प्रतिमा देवी ने भी अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पवन सिंह ने कहा कि उनकी मां किसी भी तरह के दबाव में नहीं हैं और न ही वे अपना नाम वापस लेंगे। उन्होंने कहा कि आप सब को पता है कि मेरे चुनाव लड़ने में कितनी सारी बाधाएं हैं। बाधाओं के बारे में सोच समझ कर ही उनकी मां ने काराकाट लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है।
बता दें कि काराकाट लोकसभा सीट पर टक्कर एनडीए के उपेंद्र कुशवाहा और इंडिया गठबंधन के राजाराम सिंह के बीच माना जा रहा था लेकिन पवन सिंह की एंट्री ने इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया।