
बिहार सरकार के मंत्री और वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी लगातार बीजेपी जेडीयू को तेवर दिखा रहे हैं। दो बार तो वो इस्तीफा देने की बात कर चुके हैं और एक बार राज्यपाल से मिल चुके हैं। कयास लगाये जा रहे थे कि क्या मुकेश सहनी किसी नये सियासी खेल के जुगाड़ में है? आज पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने यह राज भी खोल दिया। जीतन राम मांझी शनिवार को हाजीपुर में थे. मीडिया से बात करते हुए जीतन राम मांझी ने मुकेश सहनी को लेकर बड़ी जानकारी दी.

जीतन राम मांझी ने कहा “मुकेश सहनी मेरे पास मिलने के लिए आये थे. मुकेश सहनी कह रहे थे कि उन्हें जानबूझ कर 16 महीने का एमएलसी बनाया गया है. चुनाव से पहले 6 साल वाले एमएलसी का वादा किया गया था और सिर्फ 16 महीने के कार्यकाल वाली सीट दी गयी. ये जानबूझ कर किया गया है ताकि मुकेश सहनी बीजेपी के खिलाफ कुछ बोले नहीं या कुछ करें नहीं.”