
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सीधे-सीधे सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर सरकार ने किसानों की पगड़ी की तरफ हाथ किया तो उनका अच्छे से इलाज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीनों बिलों को रद्द करने के अलावा किसान मानने वाला नहीं है। राकेश टिकैत गांव कंडेला में सर्वजात सर्वखाप पंचायत द्वारा आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व महापंचायत में पांच प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पारित किए गए। जिसमें तीन कृषि कानून को रद्द करने, एमएसपी को अमलीजामा पहनाए जाने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, किसानों के कर्जे माफ करने, 26 जनवरी को दिल्ली में पकड़े गए किसानों और उनके वाहनों को छोडऩे तथा दर्ज मुकद्दमों को रद्द किया जाना शामिल था।

किसान महापंचायत में 100 से ज्यादा खापें, तपों तथा बाहरा के प्रतिनिधियों के अलावा राजस्थान, पंजाब व यूपी के किसान संगठन भी शामिल हुए। राकेश टिकैत ने कहा कि राजा जब डरता है तो किलेबंदी करता है। मोदी सरकार किसानों से डर के मारे किलेबंदी करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि उनकी कमेटी का ना तो कोई मेम्बर बदला जाएगा और न ही कार्यालय बदला जाएगा।