
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता एजाज़ अहमद ने अपने वक्तव्य में कहा कि लालू और तेजस्वी फोबिया के शिकार जदयू के नेता नीरज कुमार देश के किसानों के आंदोलन तथा बिहार में बढ़ते अपराध के मुद्दों से ध्यान भटकाने का चाहे जितना भी प्रयास कर ले बिहार की जनता डबल इंजन सरकार को माफ करने वाली नहीं है, क्योंकि एक तरफ देश के अन्नदाता नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ सर्द रातों में सड़कों पर हैं और केंद्र सरकार के मुखिया नरेंद्र मोदी अपने उद्योगपति मित्रों के हितों के संरक्षण के लिए किसानों के उचित मांगों को भी मानने के लिए तैयार नहीं है ।

किसानों को उनके हाल पर छोड़ कर शिलान्यास और उद्घाटन का कार्यक्रम करने में व्यस्त हैं ,लेकिन किसानों के वाजिब बातों को सुनने के लिए उनके पास समय नहीं है। उसी तरह से बिहार में बढ़ते अपराध से ध्यान भटकाने के लिए बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नीरज कुमार लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के फोबिया के शिकार होकर विषवमन करने में लगे हुए हैं, लेकिन उन्हें राज्य में बढ़ते अपराध, हत्या, लूट, डकैती, अपहरण और महिलाओं पर अत्याचार जैसी घटनाओं पर मुंह खोलने में शर्म महसूस होती है, दरअसल जब से बिहार में किसानों के आंदोलन पर तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व मे राष्ट्रीय जनता दल ने अपना समर्थन दिया है बिहार में किसान आंदोलित है, और अपने अधिकार के लिए देश के किसानों के साथ खड़े हैं.
तो दूसरी ओर बढ़ते अपराध के खिलाफ जब तेजस्वी प्रसाद यादव ने लुटेरों के संरक्षक सरकार के खिलाफ आवाजे बुलंद की हैं, तब से ही नीरज जैसे लोग भटकाव की राजनीति में अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। जबकि उन्हें यह बताना चाहिए कि बिहार में बढ़ते अपराध को क्या महाजंगलराज नहीं समझा जाए और आज देश के किसानों के सवाल पर तथा बिहार में बढ़ते अपराध के सवाल पर महाजंगलराज के महाराज जो केंद्र और राज्य दोनों जगह बैठे हुए हैं मौन क्यों हैं ? उन्हे इन सवालों का देना चाहिए ना कि लालू और तेजस्वी फोबिया की राजनीति को बढ़ावा देना चाहिए।