
बिहार में क्या बीजेपी और जेडीयू के बीच के रिश्ते इतने तल्ख होे गये हैं कि टूूट तय नजर आने लगी है? यह बड़ा सवाल इसलिए है क्योेंकि अब लगातार बयान सामने आ रहेे हैं जो दोनोें दलों के बीच की तनातनी को उजागर कर रहे हैं। एनडीए के दो महत्वपूर्ण दलों बीजेपी और जेडीयू की बीच लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान की वजह से तनातनी लगातर बढ़ती जा रही है। कल बीजेपी कोटे से मंत्री जीवेश मिश्रा के एक बयान ने आग में घी का काम किया है। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान एनडीए में हैं और रहेंगे. जबकि जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण यह कह चुके हैं कि चिराग पासवान को लेकर बिहार में जो स्टैंड बीजेपी का रहा है दूसरी जगहों पर भी वही होना चाहिए। कोई लाॅजिक नहीं है कि चिराग पासवान केन्द्र की एनडीए का हिस्सा रहें।

अब बीजेपी ने जेडीयू को उसकी हैसियत बता दी है। बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार ने कहा है कि चिराग पर पर नसीहत देने का नैतिक अधिकार जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष को नहीं है।चिराग पासवान एनडीए में हैं। जेडीयू से पहले से लोजपा के साथ हमारा गठबंधन रहा है। जाहिर है अब बीजेपी ने जेडीयू को लेकर जो बयान दिया है उससे यह संकेत और मजबूत हुए हैं कि नीतीश से बीजेपी का रिश्ता शायद अब ज्यादा दिनों का नहीं है। गठबंधन की गांठ खुल चुकी है।