

देश में वर्ष 2020 लगता है मुश्किलों से भरा साल बीतने वाला है। एक तरफ मार्च से कोरोना वायरस कहर ढा रहा है तो बीते महीने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ ने कहर ढहाया और अब एक और चक्रवात गुजरात और महाराष्ट्र को चपेट में लेने वाला है। चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ ने महाराष्ट्र और गुजरात में उग्र रूप धारण कर लिया है। तूफान से बचाव के लिए एनडीआरएफ की 33 टीम को लगाया गया है। महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में 11 टीमों ने मोर्चा संभाल रखा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने निसर्ग की तीव्रता को देखते हुए मुंबई और आसपास के जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। वहीं, निसर्ग की वजह से गुजरात के तटीय इलाकों से अब तक 20 हजार लोगों को हटा लिया गया है।
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खबरों के मुताबिक, एक वीडियो मैसेज में एनडीआरएफ के डायरेक्टर जनरल एसएन प्रधान ने कहा, ‘अरब सागर से तेज लहरें उठ रही हैं। लिहाजा गुजरात में 10 टीमें भेजी गई हैं। गुजरात की विजय रुपाणी सरकार ने एनडीआरएफ की 5 और टीमों की मांग की है। कुल मिलाकर गुजरात में 17 टीमें भेजी जाएंगी. फिलहाल दो स्टैंड बाय पर हैं। वहीं, महाराष्ट्र में अब तक 6 स्टैंड बाय के साथ 16 टीमें भेजी जा रही हैं। तीन जून को तूफान के राज्य के तट पर पहुंचने की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक, फिलहाल ये तूफान 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। इस वक्त ये तूफान गोवा के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में 280 किलोमीटर दूर है। जबकि मुंबई के तट से दक्षिण-पश्चिम में 490 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा गुजरात के सूरत से इसकी दूरी 710 किलोमीटर है।