

प्रदेश जदयू के महासचिव ई. शम्भूनाथ सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से सवाल किया है कि बिहार की जनता यह जानना चाहती है कि संकट की इस घड़ी में वे प्रदेश के बाहर कौन से तीर्थ पर चले गए हैं? जनता उनसे यह भी जानना चाहती है कि राज्य में जब भी कोई आपदा आती है तो वह पलायन क्यों कर जाते हैं? सिन्हा ने कहा कि आपदा के समय जनता के प्रति नेता प्रतिपक्ष की भी उतनी ही जिम्मेदारी होती है, जितनी सरकार की। लेकिन सरकार मुस्तैदी से इस भीषण त्रासदी से जूझ रही है और वह कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। यदि किसी राष्ट्रीय समाचार चैनल पर कभी नजर भी आए तो अपने तर्कहीन और तथ्यहीन बातों से बिहार की छवि को धूमिल करते दिखे।
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सिन्हा ने कहा कि यदि उन्हें लगता है कि बिहार के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है तो बिहार में रहकर उन्हें लड़ाई लड़नी चाहिए, न कि बिहार से बाहर रहकर टीवी चैनलों पर अनर्गल और तथ्यहीन आरोप के साथ बिहार की छवि देश और दुनिया में खराब करनी चाहिए। तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार व्यक्त करना चाहिए कि उनके 2000 बसों व 50 ट्रेनों का का खर्च उन्होंने बचा दिया और केंद्र के साथ मिलकर प्रवासियों को लाने के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था करवायी। लेकिन आभार के बदले राष्ट्रीय पटल पर जिस तरह बिहार की छवि को धूमिल करने में लगे हैं उससे तो स्पष्ट पता लगता है कि वे किसी प्रायोजित अभियान में लगे हुए हैं।