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सोमवार को मारवाड़ी महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विश्व एड्स दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ गुरुदेव पोद्दार ने की। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ गुरुदेव पोद्दार, एनएसएस बीवी समन्वयक डॉ दीपो महतो, एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ आशीष कुमार मिश्रा, डॉ शवदचंद्र राय एवं डॉक्टर अतुल घोष ने संयुक्त रूप से किया। आज के कार्यक्रम के विषय विशेषज्ञ के रूप में बोलते हुए डॉक्टर दीपू महतो ने एड्स होने के कारण जैसे एक ही नीडल का प्रयोग कई लोगों के लिए करना एचआईवी पीड़ित व्यक्ति से असुरक्षित यौन संबंध बनाना दाढ़ी बनाने में एचआईवी पीड़ित व्यक्ति के लिए प्रयोग किया गया ब्लेड का प्रयोग अन्य लोगों के लिए करना इत्यादि कारणों को विस्तार से समझाया। प्राचार्य ने कहा कि 1980 के दशक में ऐसी बीमारियों नहीं हुआ करती थी लेकिन आजकल ऐसी भी लाइलाज बीमारियां फैल रही है जिससे जागरूक होकर बचा जा सकता है।
एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ आशीष कुमार मिश्रा ने कहा कि एचआईवी एड्स आज की बड़ी स्वास्थ समस्या मे से एक है एचआईवी 1 वायरस है जो एक शरीर से दूसरे शरीर में फैलता है फैलने पर यह भयानक एड्स रूप धारण करता है जिसमें मानव अपने प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता खोते चला जाता है भारत में लगभग 14 से 16 लाख एचआईवी से पीड़ित लोग हैं। कार्यक्रम में एड्स और जागरूकता विषय पर भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित किया गया। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम 3 स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं कर्म से जूही कुमारी वाफिया सुल्तान एवं तृतीय प्रीति कुमारी को मेडल देकर सम्मानित एवं उत्साह वर्धन किया गया। प्रथम पुरस्कार प्राप्तकर्ता ने कहा कि एड्स का बहिष्कार करो एवं उनके साथ रहना स्वीकार करो। वही द्वितीय छात्रा वाफिया सुल्तान ने कहा Prevention is Better than Cure. सुल्ताना ने कहा कि असुरक्षित यौन संबंध से बचें एवं अपने आसपास के लोगों को इसके बारे में जागरूक करें जज की भूमिका में एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ आशीष कुमार मिश्रा रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भूतपूर्व एनएसएस समन्वयक टीएमबी यू प्रोफेसर शिव प्रसाद यादव ने कहा कि एचआईवी एड्स जैसे कई जागरूकता कार्यक्रम महाविद्यालय का एनएसएस इकाई हमेशा से करते रहा है।
कार्यक्रम में मंच संचालन एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ आशीष कुमार मिश्रा ने किया कुल 80 से अधिक स्वयंसेवक एवं स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम में भाग लिया कार्यक्रम को सफल बनाने में एनएसएस के स्वयं सेवक सूरज कुमार मृत्युंजय कुमार गौरव कुमार अभिषेक कुमार दीपराज प्रीति कुमारी मुस्कान कुमारी जितेंद्र कुमार धीरज कुमार ने अपना योगदान दिया। शिक्षकों में डॉक्टर शवदचंद्र राय, डॉ अतुल घोष, डॉक्टर शिवप्रसाद, डॉ दिपो महतो आदि कई लोग मौजूद थे।