
बिहार ब्रेकिंग-रविशंकर शर्मा-पटना ग्रामीण

पटना ग्रामीण के पूर्वी क्षेत्र यानी फतुहा से मोकामा के बीच के सभी मंडलों के अध्यक्षों का मनोनयन कर भाजपा ने लिस्ट जारी कर दी है। बताया जा रहा है कि आंतरिक गुटबाजी के मद्देनजर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को ना अपनाकर भाजपा ने मनोनयन का सहारा लिया है। हालाँकि सूत्रों की माने तो इस मनोनयन से भाजपा कार्यकर्ताओं का एक बड़ा वर्ग नाराज हो चला है जिसे मनाने की जिम्मेदारी नव मनोनीत अध्यक्षों पर डाल दी गई है। सांगठनिक परम्परा के अनुसार मतदान के जरिये पदाधिकारियों के निर्वाचन की परंपरा रही है जो इस बार फेल होती नजर आई और भाजपा नेताओं ने मंडल अध्यक्षों का निर्वाचन ना करके सीधे मनोनयन कर दिया जिससे एक बार फिर से गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है।
नव मनोनीत अध्यक्षों में फतुहा नगर से शोभा देवी, फतुहा उत्तरी से पारसनाथ कुमार, फतुहा दक्षिणी से रामतीर्थ कुमार, दनियामा से आर्यन सागर, खुशरूपुर नगर से संजय कुमार साहु, खुशरूपुर ग्रामीण से नीलेश रंजन, बख्तियारपुर नगर से पुरुषोत्तम कुमार, बख्तियारपुर पूर्वी से चंद्रप्रकाश सिंह, तो पश्चिम से संतोष रंजन कुमार के साथ अथमलगोला प्रखण्ड से हेमन्त कुमार, बाढ़ नगर से प्रभाकर रंजन सिन्हा ,बाढ़ ग्रामीण से पंकज कुमार सिंह, बेलछी से आमोद कुमार पंडारक उत्तरी से विनय कुमार कुशवाहा, पंडारक दक्षिणी से चितरंजन सिंह, घोसवरी से आकाश कुमार यादव, मोकामा नगर से रौशन भारद्वाज, मोकामा पूर्वी से पंकज कुमार तो पश्चिमी से सौरव कुमार का मनोनयन किया गया है। राजनीतिक जानकारों और आम भाजपा समर्थकों की माने तो अधिकांश चेहरे वही हैं जो पहले टर्म में सक्रिय नही रहे फिर और इसीलिए दोबारा निर्वाचन के स्थान पर मनोनयन का रास्ता अपनाया गया। भाजपा समर्थकों का मानना है कि आने वाले चुनावों में इसका सीधा असर देखने को मिल सकता है। बहरहाल अब ये दायित्व नव मनोनित और पुनर्मणोनित अध्यक्षों पर है कि वे नाराज समर्थकों का सामना कैसे कर पाते हैं।