
बिहार ब्रेकिंग-रविशंकर शर्मा-पटना ग्रामीण/बेगूसराय

हमारे चैनल द्वारा लगातार राजेन्द्र सेतु की जर्जर स्तिथि को दिखाए जाने और रेल मंत्री को सूचित करने के बाद पिछले दिनों रेल प्रशासन हरकत में आई और NHAI के अधिकारियों के साथ संयुक्त निरीक्षण कर यह पाया की सेतु को बचाने का एक मात्र रास्ता हाईट गेज लगाना ही है औऱ तब हाईट गेज लगाकर भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई। इसके बावजूद टूटे हुए पार्ट में अभी तक स्ट्रिंग प्लेट्स लगा है और परिचालन जारी है। जो लगातार हादसे को निमंत्रण दे रहा है। हाईट गेज लगाने के बाद पटना समेत कई जिलों से भारी वाहनो के केबिन का रिमॉडलिंग कर छोटा कर दिया गया औऱ 40 से पचास टन के वाहनों का परिचालन शूरू कर दिया गया जिससे सेतु में कई जगहों से दरारें आने लगी, जो तस्वीरों में आप देख सकते हैं।
मामले पर सेतु निरीक्षक ने, एक्स एन ब्रिज से बात करने को कहा।जब हमारे विशेष संवाददाता रवि शंकर शर्मा ने एक्स एन ब्रिज अभिषेक सॉ से बात की तो उन्होंने कहा वे तुरन्त जिलाधिकारी से बात कर अविलम्ब ऐसी वाहनो पर रोक लगाने का अनुरोध करेंगे साथ ही उन्हें बजाप्ता पत्र लिखकर ऐसी वाहनों पर रोक लगाने को कहेंगे। गौरतलब है कि तीन साल तक मरम्मत कार्य के बाद सेतु की क्षमता को बढ़ाकर वाहन समेत 16 टन से 32 टन किया गया था जो पुनः जर्जर होने के बाद वाहन समेत 16 टन से भी कम रह गया है। और इसलिए सेतु में ऐसी दरारें लगातार बढ़ रही है, तो कई जगहों से कंक्रीट टूटकर रेल पटरी पर गिर भी रहा है। उत्तर और मध्य बिहार का आर्थिक औऱ संस्कृतिक डोर राजेन्द्र सेतु को बचाने के लिए प्रशासन को ऐसी वाहनों पर जो रिमॉडलिंग कर ढुलाई में लगे हैं तुरन्त प्रतिबंध लगाना चाहिए वरना चंद दिनों में राजेंद्र सेतु कार और एम्बुलेंस के परिचालन के लिये भी सुरक्षित नही रह जायेगा।