
वर्दी की रंगदारी, वर्दी की गुंडागर्दी। जी हाँ मधेपुरा में है वर्दी का आतंक। थानों में खुलेआम चल रहा है रिश्वत का खेल। पैसा नहीं दिया तो भुगतना पड़ेगा परिणाम। ये बात हम नहीं कहते, ये कहते हैं वर्दी वाले दरोगा जी। क्या है मामला पढ़ें यह खास रिपोर्ट
बिहार ब्रेकिंग-रजनीश सिंह-मधेपुरा

क्या मधेपुरा पुलिस के थानेदारों और थाने में तैनात दारोगा को किसी का खौफ नहीं है? तभी तो कई खुले आम पैसा मांगता है तो किसी को दिल बहलाने के लिए लड़की चाहिए तो को पीड़ित महिला के मदद के एवज में महिला से उसका जिस्म ही मांग लेता है। कई दारोगा जी को कारवाई के नाम पर लाइन हाजिर भी किया गया। लेकिन यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा। ताज़ा मामला मधेपुरा सदर थाना का है। यहाँ तैनात एएसआई रामकुमार सिंह पर आरोप है कि एक केस में पैसा नहीं देने के कारण पीड़ित को खुले तौर पर धमकी दे रहे हैं। और जब पीड़ित इस बात की शिकायत पुलिस के वरीय अधिकारी से किया तो दारोगा जी ने गांव के दबंगों और शराब माफियाओं से मिल कर उसके घर परिवार पर हमला करा दिए। जिसमे उसके परिवार के कई सदस्य गंभीर रूप से घायल हुए। और अब उसे फर्जी केस में फ़साने की साजिश भी रच रहे हैं। पहले इस ऑडियो को सुनिए।
बातचीत के अंश-
दरोगा-अच्छा तू इ बताओ केस किया और आईओ को एक पैसा नहीं दिया…सुते रहो न चुप-चाप हम भी छोरले ही हैं…….हम भी समय के इंतजार में हैं न…
पीड़ित- ई लोग जा रहा है…
दरोगा- जाय अपना बेल कराये
पीड़ित- आप हैं कहाँ
दरोगा- हम तो थाने पर हैं….अपना रूम में हैं…
पीड़ित- ठीक है
दरोगा- भेट करबा त पूरा खर्चा दे दहा सब खर्चा रखले है… खाली हाथ कथी ले भेट करबा…
पीड़ित-अब बताइए पहले भी हमदे चुके हैं
दरोगा- अ त अबा न बैठ के सामने ही न बात होते …. आइये न पहले… हम थोड़े बोलेंगे नहीं दिये हैं
पीड़ित- अब उनसे न लीजिये गा….
दरोगा-आइये न पहले,
पीड़ित- अब बताइए उ लोग हमारे साथ मारपीट भी किया….
दरोगा- आइये न आप कहे थे न बैंक बंद है….
पीड़ित- बेल कराने गया है उसी से लीजिये गा
दरोगा- उ बेल कराने आए की खेल कराने आए उससे हमको क्या लेना
पीड़ित- अच्छा आते है थाने पर
सुना आपने, इस ऑडियो की पुष्टि हम नहीं करते लेकिन पीड़ित मंजेश कुमार की माने तो जब उसने इस बात की शिकायत डीएसपी से की तो उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिलाया। लेकिन जैसे ही इस बात की भनक दरोगा जी को चली तो उन्होंने गांव के दबंगों और शराब माफियाओं को उकसा कर उसके घर पर हमला करा दिया। जिसमें उसके परिवार के तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हैं जिसका इलाज डीएमसीएच, दरभंगा में चल रहा है। पीड़ित अब भी डर के साये में जीने को मजबूर है।
इस सम्बन्ध में डीएसपी साहब बताते हैं मारपीट के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। बाकि आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। लेकिन इस मारपीट मामले के पीछे की साजिश पर चुप्पी साध जाते हैं क्योंकि खाकी का है सवाल है।यदि साहब कुछ बोले दो खाकी हो जाएगी दागदार। बहरहाल पुलिस का काम अनुसंधान करना है। अपने अनुसंधान से पीड़ित को न्याय दिलाना और अपराधी को सजा दिलाना है। लेकिन यहाँ पुलिस पैसे के लिए क्या क्या नहीं कर रही? ऐसे में देखना यह है कि पीड़ित को वास्तव में कब न्याय मिलती है।