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समाज का विकास महिलाओं के बिना संभव नहीं, महिला एंटीप्रेनयूर की अहम भूमिका- दिलमणि मिश्रा
कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला साथ ही कहा कि नारी पुरूषों के समान ही सुशिक्षित, सक्षम और सफल है, चाहे वह क्षेत्र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक, खेल, कला, साहित्य, इतिहास, भूगोल, खगोल, चिकित्सा, सेवा, मीडिया या पत्रकारिता कोई भी हो। नारी की उपस्थिति, योगदान, योग्यता, उपलब्धियाँ, मार्मिकता और सृजनशीलता स्वयं एक प्रत्यक्ष परिचय देती हैं। परिवार और समाज को संभालते हुए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नारी ने हमेशा से ही विजय-पताका लहराते हुए राष्ट्र-निर्माण, सांस्कृतिक पुन निर्माण और विकास में अपना विशेष और अभूतपूर्व योगदान दिया है। यही कारण है कि वह सृजना, अन्नपूर्णा, देवी, युग दृष्टा और युग – सृष्टा होने के साथ ही सवयं सिद्धा भी हैं। उन्होंने कहा कि समाज का विकास महिलाओं के बिना संभव नहीं, साथ ही महिला एंटीप्रेनयूर की महवपूर्ण भूमिका है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मैनेजिंग डायरेक्टर, महिला विकास निगम, एन विजय लक्ष्मी ने कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्रीज द्वारा इंडियन वीमेन नेटवर्क के बिहार चैप्टर के लांच कार्यक्रम में भाग लेते हुए बिहार सरकार द्वारा राज्य में महिलाओं के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजना के बारे में बताया साथ ही बिहार एंटीप्रेनयूर वोमेन के लिए सी आई आई द्वारा इंडियन वीमेन नेटवर्क के बिहार अध्याय को बिहार सरकार के जीविका से तुलना करते हुए भविष्य में मील के पत्थर साबित होने की बात कही। साथ ही उनहोंने महिला सुरक्षा के विभिन्न बिंदूओं को साझा किया। आज संस्थान द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में किये जा रहे प्रयास अतुल्य और सराहनिए है।
इस अवसर पर डीजीपी गुतेशवर पाण्डेय ने कहा कि भारत के बहुविध समाज में स्त्रियों का विशिष्ट स्थान रहा हैं। पत्नी को पुरूष की अर्धांगिनी माना गया हैं। वह एक विश्वसनीय मित्र के रूप में भी पुरूष की सदैव सहयोगी रही हैं। कहा जाता हैं कि जहां नारी की पूजा होती हैं वहीं देवता रमण करते है। नारी नर की खान है। वह पति के लिए चरित्र, संतान के लिए ममता, समाज के लिए शील और विश्व के लिए करूणा संजोने वाली महाकृति है। एक गुणवान स्त्री काँटेदार झाड़ी को भी सुवासित कर देती हैं और निर्धन से निर्धन परिवार को भी स्वर्ग बना देती हैं। उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस महिलाओं के साथ हो रहे विभिन्न अपराधों को नियंत्रित करने का सराहनीय प्रयास कर रही है। इसी संदर्भ में संस्था ने लाडली कॉप्स का एक छोटा समूह पटना के विभिन्न महिला कॉलेजों की छात्राओं को विशेष प्रशिक्षण देकर बनाया है, जिसका सीधा संपर्क पटना पुलिस और राज्य पुलिस मुख्यालय से है। हमलोगों का प्रयास है कि इसका गठन बिहार के हर जिलों में किया जाय, जिससे महिलाओं में अपने साथ होने वाली घटनाओं के संबंध में पुलिस के सामने बताने में भय कम हो।
अपने संबोधन के दौरान संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक नीता कर्मकार ने हर्ष व्यक्त किया और कहा कि बिहार उनके क्षेत्र के 14 राज्यों में महिलाओं के लिए अग्रसर होने वाले राज्यों में चौथा स्थान प्राप्त कर रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सी आई आई बिहार के चेयरमैन विनोद खेरिया जी ने कहा कि कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्रीज, बिहार द्वारा इंडियन वीमेन नेटवर्क के बिहार चैप्टर के सात महवपूर्ण मुद्दे है किन्तु उनमे से अभी अपने शहर एवं राज्य को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाना प्रथम लक्ष्य है। कार्यक्रम का समापन वाईस चेयरमैन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्रीज, बिहार डॉ तलत हलिम ने किया एवं कहा कि देश की तरक्की एवं सांस्कृतिक पुन निर्माण के लिए महिलाओं को सशक्त बनाने को अनिवार्य बताया । कार्यक्रम में संसथान निदेशक रोहित लाल, नीलाभ केशव, समाजसेवी, महिला उद्यमी, अन्य वरीय अधिकारीगण, गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।