
बिहार ब्रेकिंग-रविशंकर शर्मा-बाढ़

बिहार सरकार की मुसीबतें कम होती नही दिख रही है। पहले एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम, फिर हीट स्ट्रोक से हो रही मौतों से देश भर में बिहार सरकार की किरकिरी हो रही है और चारो तरफ से आलोचनाओं के कारण अब नेताओं के मुँह से भी अनाप शनाप बयान आने शुरू हो गए हैं। इसी बीच दवा विक्रेताओं ने आंदोलन और हड़ताल की चेतावनी देकर सरकार की मुश्किलें और बढ़ा दी है।
ताजा मामला बाढ़ दवा विक्रेता संघ के बैठक से निकल कर आई खबर है जो सरकार को परेशानी में डाल सकती है। दरअसल बिहार के दवा व्यवसायियों ने औषधि नियंत्रण प्रशासन के रवैया से नाराज होकर बाढ़ के अलखनाथ इलाके में आज एक बैठक का आयोजन किया और इस बैठक में सरकार की नीतियों का जमकर विरोध किया। दवा दुकानदारों के संख्या के मुताबिक फार्मासिस्ट सुनिश्चित करवाने की मांग रखी गई साथ ही 20 जुलाई से थोक दवा विक्रेताओ ने किसी भी कंपनी से दवा ना खरीदने का निर्णय लिया है। और इसके बाद 1 सितंबर से सारे दुकानदार अपने प्रतिष्ठान को अनिश्चितकाल के लिए बंद रखेंगे। सरकार को लिखित सूचना देकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने की बात दवा व्यवसायियों के द्वारा कहा गया है। अगर ऐसा होता है तो ये सरकार के लिये सबसे बड़ी मुसीबत बनकर सामने आने वाली है।