
नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग ने 6 और 7 फरवरी को मौसम की चाल में बदलाव की भविष्यवाणी की थी। 6 फरवरी से ही मौसम का मिजाज बदलने लगा था। लेकिन 7 फरवरी की शाम होते होते मौसम पूरी तरह बेईमान हो चुका था। गुरुवार को दोपहर से ही हवाएं तेज गति से चलने लगी थीं और शाम आते आते उत्तर भारत के कई राज्यों खासतौर से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और एनसीआर के बादलों का मिजाज खराब हो गया। मौसम विभाग ने इन इलाकों में सामान्य तौर पर बारिश की आशंका जाहिर की थी। लेकिन दिल्ली और एनसीआर का जो नजारा सामने आया वो अचरज भरा था। मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार को भी दिल्ली और एनसीआर की आसमां पर काले बादलों का पहरा होगा। कुछ समय के लिए आसमान साफ रह सकता है। लेकिन बारिश की संभावना है जहां तक ओलों के गिरने की बात है उस तरह के हालात नहीं है। दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर भारत के दूसरे राज्यों खासतौर से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में बारिश हो सकती है। आप को बता दें कि मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों यानि आठ फरवरी तक के लिए बादलों की चाल और ढाल के बारे में भविष्यवाणी की थी। अब आपको दिखाते हैं दिल्ली और एनसीआर के अलग अलग इलाकों की कुछ तस्वीरें जो शायद आपने पिछले 20 सालों में नहीं देखी होगी। सामान्य तौर पर ठंड के महीने में जब बारिश होती है तो ओलावृष्टि की संभावना होती है। लेकिन गुरुवार की जो तस्वीर सामने आई वो अनोखी थी। हर तरफ और हर सड़क पर ओलों ने अपना साम्राज्य कायम कर लिया। नजारा ऐसा था कि मानो हम दिल्ली और एनसीआर से करीब पांच सौ किमी दूर बर्फीली वादियों का लुत्फ उठा रहे हों।मौसम के बदले मिजाज की वजह से एक तरफ शहरी इलाकों में रहने वालों को सुखद आश्चर्य हो रहा है तो दूसरी तरफ किसानों में मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। खेती के जानकारों का कहना है कि एक तरफ जहां बारिश की वजह से गेहूं की खेती को फायदा मिलेगा वहीं तिलहन और दलहनी फसलों को नुकसान होगा। इन सबके बीच शुक्रवार को मौसम का मिजाज नासाज रहने से शहरी इलाकों में रहने वालों को और सुबह दफ्तर जाने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
