
बिहार ब्रेकिंग-रविशंकर

पिछले दो महीने से मोकामा सीत लहर के साथ ही गंभीर जाम की चपेट में है। कभी कभी तो स्थिति इतनी भयावह हो जाती है कि एम्बुलेंस का निकलना भी दुश्वार हो जाता है और पेशेंट जिंदगी मौत से लड़ते जाम से निकलने की ईश्वर से दुआ करते रह जाते हैं। आम नागरिक भी इसे लेकर काफी आक्रोशित हैं। स्थानीय लोग के घर मे अगर कोई बीमार हो जाय तो उसे अस्पताल ले जाने का सहारा सिर्फ बाईक ही होता है। NH 80 और 30 पूरी तरह जाम रहने से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इतना ही नही स्कूली बच्चे सबसे ज्यादा परेशान होते हैं और स्कूल बसें कभी कभी शाम के 7 बजे तक बच्चों को वापस छोड़ता है। हालांकि प्रशासन ने हाथीदह थाना में इसके निवारण हेतु अतिरिक्त बल भेजे हैं परंतु वे, घोसवरी, मोकामा और खासकर बेगूसराय पुलिस की असहयोग के कारण कुछ नही कर पाते। नतीजा 10 किलोमीटर तय करने में 12 से 24 घंटे का समय लग जाता है। और यात्री के साथ साथ आम नागरिक की दिनचर्या प्रभावित होती है जो बढ़ते जनाक्रोश का मुख्य कारण है।
जब हमारे विशेष संवादाता रविशंकर ने इसका जायजा लिया तो कई बातें सामने आई। मसलन पुलिस द्वारा अवैध वसूली, पटना के गाँधी सेतु और दीघा सेतु के बंद होने से राजेन्द्र सेतु पर वाहनों का बढ़ता बोझ, विभिन्न थानों के असहयोग और बेगूसराय पुलिस की लापरवाही आदि प्रमुख कारण सामने आए। हाथीदह पुलिस ने बताया कि बेगूसराय पुलिस का नकारात्मक रवैया जाम की स्थिति को और भयावह बना देती है और सारा भार पटना पुलिस पर आ जाता है।