
भागलपुरः सैंडिस कम्पाउंड में संपन्न हुई ‘अंग युवा महोत्सव’ एक पृथक अनोखा लिंक से हट कर और अपने आप मे एक अलग ही पहचान बना गई। अपरिहार्य कारणवश कार्यक्रम के दिन का परिवर्तन जहां आयोजकों का मनोबल का परीक्षा ले रहा था, वही सभी उत्सुक थे यह जानने के लिए की आखिर होगा क्या ! हालांकि कार्यक्रम के एक दिन पहले 1000 युवाओं ( जिसमें युवतियों की संख्या अधिक थी ) द्वारा जागरूकता के लिए निकाली गई पदयात्रा संकेत दे रही थी कि कल कुछ और ही होनेवाला है और वह धमाकेदार भी होगा, और हुआ वैसा ही । सारे देश से आए हुए दर्जनों भर वक्ताओं ने उपस्थित 11000 युवाओं को मानो नींद से जगा दिया ।

हमें ऐसा शक्ति देना दाता – मनका विश्वास कमजोर हो ना गाने से महोत्सव का शुरूआत होना और इनक्लव जिंदाबाद ( जो कि कोई राजनैतिक कारणों से नहीं बल्कि युवा अपनी ताकत से रूबरू हो कर लगा रहे थे ) तक पहुँचने में 5 घंटे लगे । सारे के सारे युवा टोली बिना खाए पीए मंत्रमुग्ध होकर सुन रहे थे और सिहर रहे थे, जिसका समापन इनक्लव से हुआ । प्रो डा देबज्योति मुखर्जी ने सही मायने में युवा शक्ति को जागृत कर दिया।
देबज्योति से जब पुंछा गया की एक दिन के मोटीवेशन से क्या होनेवाला है या अंग युवा महोत्सव से सारे देश का नव निर्माण कैसे संभव है, तो उनका कहना था – ष् आप जो सोचते हैं वही बोलते हैं, जो बोलते हैं वही करते हैं, आपका कर्म आपका स्वभाव बनता है और स्वभाव चरित्र का निर्माण करते हैं, चरित्र राष्ट्र का निर्माण करता है ।
आज हम कम से कम उपस्थित सारे युवाओं में सकारात्मक सोच डालने मे सफल हुए है, अब आगे उनसे कर्म भी करवाएंगे , स्वभाव-चरित्र का निर्माण के साथ नवभारत निर्माण भी होंगे । और आपका दूसरा सवाल था की अंग युवा महोत्सव से सारा देश कैसे जगेगा ? हमलोग अंग युवा महोत्सव के बाद बिहार झारखंड के 60 वों जिला लेकर पटना गांधी मैदान में बिहार-झारखंड युवा महोत्सव करेंगे, फिर कोलकाता में पूर्वी भारत युवा महोत्सव और दिल्ली रामलीला मैदान में अखिल भारत युवा महोत्सव करके सारे देश के युवाओं को जगाएंगे ।