
बिहार ब्रेकिंग-सुमित कुमार-बेगूसराय

राजनीति का काम जागृति पैदा करना है लेकिन आज की राजनीति विकृति पैदा कर रही है। आज के माहौल में वृद्ध जनों का दायित्व बढ़ गया है। जरूरी है कि वे अपने घरों से बाहर निकल कर बच्चों और युवाओं के बीच जायें और अपने अनुभव को बतायें। उक्त बातें पूर्व सांसद रामजीवन सिंह ने बिहार पेंशनर समाज अनुमंडल शाखा तेघड़ा के वार्षिक सम्मेलन के मौके पर अपने सम्बोधन में कही। उन्होने कहा कि आजादी से पहले देश में राजनीतिक और आर्थिक गुलामी थी। लेकिन पिछले सत्तर सालों में हम सांस्कृतिक गुलाम भी हो गये हैं। उन्होने कहा कि देश में ईमान और चरित्र का भीषण संकट है। उन्होने अंग्रेजी के एक लेखक का उदाहरण देते हुए कहा कि अंग्रेज सहित अन्य लोगों ने भारत के लोगों को पद और पैसे का प्रलोभन देकर वर्षों तक भारत को गुलाम बनाये रखा। पेंशनर सम्मेलन की अध्यक्षता पेंसनर समाज के अनुमंडल अध्यक्ष तारकेश्वर प्रसाद संह ने की जबकि मंच संचालन हितलाल पाठक ने किया। मौके पर सच्चिदानंद सिंह, मदनमोहन सिंह गांधी, सच्चिदानंद पाठक, सेंट्रल बैक के शाखा प्रबंधक सुरेश कुमार, चन्द्रकुमार सिंह सहित कई लोगों ने अपनी बात रखी। कार्यक्रम की शुरूआत दीप जलाकर किया गया। आये हुये अतिथियों को चादर देकर सम्मानित किया गया। सम्मेलन में पूरे वर्षों का लेखाजोखा भी प्रस्तुत किया गया।