
पटना राजधानी के कुम्हरार स्थित लिट्रा वैली स्कूल में देशरत्न तथा भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा0 राजेन्द्र प्रसाद की 134वीं जयंती के उपलक्ष्य में “डा0 राजेन्द्र प्रसाद मेमोरियल अंतरविद्यालय अंग्रेजी वाद-विवाद प्रतियोगिता” का शानदार आयोजन किया गया । यह आयोजन लिट्रा वैली स्कूल, बिहार पाॅजिटिव तथा बिहार विद्यापीठ का संयुक्त प्रयास था । मुख्य अतिथि भाजपा के राज्य महासचिव संजीव चैरसिया ने दीप प्रज्जवलित कर इस कार्यक्रम का श्रीगणेश किया और उन्हें विद्यालय की ओर से स्मृति-चिन्ह भी प्रदान किया गया ।

मुख्य अतिथि ने विद्यालय के इनफ्रास्ट्रक्चर मुख्य रूप से प्रेक्षागृह की बहुत प्रशंसा की तथा उन्होंने कहा कि एक विद्यालय को हर मामले में ऐसा ही होना चाहिए। लिट्रा वैली स्कूल के प्राचार्य शरत कुमार सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि वह सभी विद्यालयों को एक समान मंच पर लाने के पक्षधर है तथा उसी दिशा में बहुत लगन से कार्यरत है । उन्होंने डा0 राजेन्द्र प्रसाद के कई संस्मरण भी हमारे साथ साझा किए । इस वाद-विवाद प्रतियोगिता में राजधानी के करीब दस नामचीन विद्यालय तथा तीस से भी अधिक प्रतियोगियों ने शिरकत की । यह प्रतियोगिता कक्षा दस से बारहवीें तक के छात्रों के लिए थी ।
इस प्रतियोगिता का विषय था – “वर्तमान समय में डा0 राजेन्द्र प्रसाद के राष्ट्रीयता का दर्शन अपनी चमक खेाता जा रहा है ।” पटना विश्विद्यालय के प्रध्यापक तथा अंग्रेजी के वर्तमान विभागाध्यक्ष डा0 शैलेश्वर सती प्रसाद, सेवा-निवृत अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष डा0 जयश्री तथा सम्मानित लेखक डा0 सुजीत वर्मा जैसे गणमान्य निर्णायकों ने अपनी उपस्थिति से इस प्रतियोगिता का स्तर और भी उठा दिया। हमारे प्रतिभागी भी कम प्रतिभावान नही थे ! विषय के पक्ष और विपक्ष में उन्होंने ऐसी – ऐसी दलीले दी कि हमारे निर्णायकगण भी विषमय विमुग्ध रह गए ।
सभी प्रतिभागी विद्यालयों में से चार श्रेष्ठ टीम दिल्ली पब्लिक स्कूल, पटना, लिट्रा वैली स्कूल माउंट कार्मेल और संत जोसेफ कानवेंट 3 दिसम्बर 2018 को सदाकत आश्रम में सम्पन्न होने वाले निर्णायक दौर के लिए चयनित हुई । लिट्रा वैली स्कूल ने, स्कूल के प्राचार्य श्री शरत कुमार सिंह, शैक्षणिक प्रभारी श्रीमती शबनम भौमिक तथा इस कार्यक्रम की संचालिका और विद्यालय की अंग्रेजी विभागाध्यक्ष श्रीमती अंजू चैधरी के मार्गदर्शन में इस कार्यक्रम का संचालन बहुत ही सुगमता तथा रोचकपूर्ण तरीके से किया । ऐसा प्रतीत होता है मानो ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन में लिट्रा वैली स्कूल को महारथ हासिल हो गई है।