
बिहार ब्रेकिंग-रविशंकर-बेगूसराय
मगध की धरती और गंगा के पावन तट सिमरिया धाम पर साहित्यिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महाकुम्भ का ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है। शायद यह विश्व का सबसे पहला ऐसा आयोजन होगा जिसमें दुनिया के 160 से भी अधिक देशों का साहित्यिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम होगा। तीनो तरह के विश्वप्रसिद्ध दिग्गजों का एक साथ एक ही मंच से संबोधन शायद दुनिया मे पहली बार होने जा रहा है। इसकी तैयारी साल भर से चल रही थी। दिल्ली से पटना तक इस आयोजन के होर्डिंग्स साल भर से लगे थे और इंतजार के इस पल का अंत 1 दिसम्बर को कार्यक्रम के शुरुआत से हो जाएगी।आयोजक मण्डल एक महीने से स्विस कॉटेज, और लोहे के मजबूत टेंट पंडाल बनाने में लगा है।

दिनकर की धरती पर हो रहे इस त्रिस्तरीय महाकुम्भ के आयोजन में बारह लाख लोगों के बैठने और खाने की व्यवस्था की गई है। सिर्फ खाने की व्यवस्था में 4 हजार वावर्ची लगे हैं, और पूरी व्यस्था को देखने के लिए आयोजक विपिन ईश्वर एवं सुभाष ईश्वर ने दस हजार से भी अधिक मजदूरों को लगा रखा है जो 5 स्क्वायर किलोमीटर के क्षेत्र को वीवीआईपी जोन बनाने में लगे हैं। केवल पंडाल और आगन्तुको के ठहरने के लिए बनाए जा रहे स्विस कॉटेज में ही 48 से 50 करोड़ का अनुमानित लागत है जबकि अथितियों और श्रद्धालुओं के स्वागत और खानपान में इतनी ही राशि और खर्च होने की उम्मीद है। जिला प्रशासन भी पूरे सहयोग में है और महिला आरक्षी समेत पर्याप्त पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था में लागये गए हैं। चप्पे चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे के साथ ही ड्रोन से भी निगरानी की व्यवस्था की गई है।