
पटना: धनवंतरी दिवस के अवसर पर राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, पटना में आज तृतीय “राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस” मनाया गया जिसका उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने किया। कॉलेज परिसर में भगवान धन्वंतरी, आचार्य चरक, आचार्य सुश्रुत, आचार्य वाग्भट्ट एवं आचार्य जीवक के प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पार्पण से कार्यक्रम की शुरुआत कर श्री चौबे ने कॉलेज को राष्ट्रीय संस्थान के रूप में मान्यता दिलवाने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर दिनेश्वर प्रसाद द्वारा बिहार में आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं अंतर्राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्था खोलने के मांग पर विचार कर त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

वैद्यों,और कॉलेज के पदाधिकारियों की उपस्थिति में विद्यार्थियों तथा अन्य गणमान्य उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री चौबे ने कहा कि “आयुर्वेद न सिर्फ एक वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति है बल्कि जीवन जीने की एक राह है। इसके माध्यम से हम पूर्णत स्वस्थ रह सकते हैं। आज धनतेरस के दिन लोग धनवंतरी जी के जन्म दिवस पर स्वस्थ के बजाय धन की पूजा करते हैं। यह बीच के कालखंड में आई एक विकृति है। धनतेरस के दिन आरोग्य के देवता धनवंतरी की पूजा कर लोग आरोग्य की कामना करते थे। दुनिया का सबसे बड़ा धन संपत्ति नही बल्कि आरोग्य है”।
श्री चौबे ने आयुर्वेद के अवतरण से लेकर वर्तमान समय में आयुर्वेद की उपयोगिता एवं भारत सरकार के विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों का विस्तार से वर्णन किया। नरेंद्र मोदी सरकार के आने के बाद आयुर्वेद पर विशेष ध्यान देने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमने इस दिवस पर आयुर्वेद दिवस मनाने का फैसला किया ताकि आयुर्वेद पर विशेष ध्यान देकर लोगों को अस्वस्थ होने ही न दिया जाए। केंद्र सरकार द्वारा बना योजनाओं को बिहार की राज्य सरकार और यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उठाए जा रहे सकारात्मक कदमों के कारण आयुर्वेद के मामले में बिहार में तेजी से विकास हो रहा है। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर प्रोफेसर दिनेश्वर प्रसाद मैं भी अपने संबोधन में आयुर्वेद की महत्ता और इसमें वर्तमान सरकार द्वारा किए गए योगदान की चर्चा की।
मंत्री श्री चौबे ने इस अवसर पर कॉलेज की अर्धवार्षिक पत्रिका काल लोकार्पण किया जिसका संपादन डॉक्टर विजय प्रकाश पाठक ने किया है परिषर में विभिन्न कंपनियों, कॉलेज के विभागों एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन उन्होंने किया कार्यक्रम में धन्वंतरी वंदना और स्वागत गान भी हुआ 7:00 बजने वाला है जिसको प्रांजलि प्रिया, डेज़ी लाल, स्वाति कुमारी और पूजा भारती द्वारा मधुर वाणी में प्रस्तुत किया।
इसके पूर्व प्रातः 7:00 बजे राजेंद्र नगर बहादुरपुर गुमटी के पास स्थित धन्वंतरी छात्रावास से मैराथन दौड़ “रन फॉर आयुर्वेद” का आयोजन किया गया जिसकी शुरुआत माननीय सांसद पदम श्री डॉक्टर सीपी ठाकुर ने हरी झंडी दिखाकर की। इसमें कॉलेज के छात्र-छात्राओं के अलावे सीसीआरएस के चिकित्सक और कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। आयुष कॉलेज के छात्रों के लिए आयोजित शतरंज,कैरम, निबंध लेख एवं एवं क्रिकेट प्रतियोगिता मैं भारी संख्या में प्रतियोगियों ने भाग लिया। आयुर्वेद दिवस के अवसर पर 2 नवंबर से अस्पताल परिसर में मर्म चिकित्सा, अग्नि चिकित्सा एवं पंचकर्म चिकित्सा पर एक शिविर आयोजित की गई जिसमें देहरादून से आए दो चिकित्सक विद्वान डॉक्टर सुनील कुमार गुप्ता एवं डॉ शिशिर प्रसाद ने अपनी सेवाएं दी। इस शिविर में सियाटिका, स्पॉन्डलालिसिस, फ्रोजन शोल्डर, ज्वाइंट पेन पाइल्स, फीसटूला आदि व्याधियों का इलाज किया गया। संपूर्ण कार्यक्रम में भाजपा नेता अभिजीत कश्यप मनीष तिवारी और वेद प्रकाश भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर देवव्रत नारायण सिंह के द्वारा किया गया