
बॉलीवुड कलाकार आयुष्मान खुराना वो एक्टर है जो हमेशा लीक से हटकर फिल्मों में काम करने के लिए जाने जाते हैं। फिर चाहे उनकी डेब्यू फिल्म ‘विक्की डोनर’ हो या फिर ‘दम लगाके हईशा’। ‘बधाई हो’ उनकी ऐसी ही फिल्म है। दशहरा के मौके पर इस हफ्ते बॉक्स ऑफिस पर आयुष्मान खुराना और सान्या मलहोत्रा की फिल्म श्बधाई होश् रिलीज हो गई है और ये फिल्म इस साल की नंबर वन भी साबित होगी क्योंकि फिल्म बहुत ही बेहतरीन हैं। फिल्म को अमित रविंद्रनाथ शर्मा ने डायरेक्ट किया है। मूवी को क्रिटिक्स ने बेहतरीन रिस्पॉन्स दिया है। मूवी का सब्जेक्ट काफी यूनिक है। सोचो अगर आपकी शादी की उम्र है और आप के नजर में एक लड़की है जिससे आप शादी करना चाहते है और अचानक आप को लोग बधाई देने लगे की आपके घर नया मेहमान आने वाला है यानि कि आपकी मम्मी प्रेगनेंट है तो आपको कैसा लगेगा। कुछ इसी तरह की कहानी है फिल्म बधाई हो की। फिल्म दिल्ली के मध्यवर्गीय कौशिक परिवार की कहानी है। और परिवार के मुखियां (गजराज राव) के दो बेटे (आयुष्मान खुराना) होते है। घर में दादी (सुरेखा सिकरी) भी है और नाना गु्प्ता आयुष्मान खुराना की मां का रोल निभा रही हैं। बड़ा बेटा नकुल कौशिक (आयुष्मान खुराना) एक प्राइवेट नौकरी करता है उसके ऑफिस में काम करने वाली लड़की रेने (सान्या मल्होत्रा) है। यह दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार भी करते हैं और शादी करना चाहते हैं। वहीं कौशिक परिवार का छोटा बेटा अपनी 12 क्लास की पढ़ाई कर रहा है। कौशिक परिवार एक अच्छी जिंदगी जी रहा होता है। एकदम से बरसात की एक रात उनके पूरे परिवार की जिंदगी को बदल देती है। बड़े बेटे की शादी की उम्र में फिर से एक और बच्चे का माता-पिता बनना गजराज राव और नीना गुप्ता को सुहाता नहीं है। वहीं परिवार के अन्य सदस्य भी समाज की लोक-लाज से काफी शर्मिंदगी महसूस करते हैं। इस दौरान फिल्म की कहानी कई उतार-चढ़ाव से होकर निकलती है, जो कई बार आपको ठहाके लगाकर हंसे पर मजबूर कर देती है। आगे फिल्म में क्या होता है इसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
