
बिहार ब्रेकिंगः पटना के गांधी मैदान में आज आयोजित सीपीआई की ‘भाजपा हराओ-देश बचाओ’ रैली के जरिए विपक्षी एकता का संदेश दिया जाना है। रैली रेले में सियासत के बड़े खेल में जीत की नींव रखी जानी है। यानि 2019 के लिहाज इस इस रैली को अहम माना जा रहा है लेकिन इस मंच से तेजस्वी यादव ने दूरी बना ली। सवाल यह है कि दूरी की ये कैसी मजबूरी है?
इस रैली के सहारे लेफ्ट अपनी ताकत दिखाने के साथ ही विपक्ष को एकजुट करने की भी कोशिश कर रहा है लेकिन इस आयोजन से तेजस्वी यादव ने खुद को अलग कर लिया है.
रैली को लेकर एक दिन पहले से ही कई समर्थक पटना पहुंचने लगे थे लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि मंच से लेफ्ट कितनी ताकत दिखा पाता है. कार्यक्रम की सफलता को लेकर जहां सीपीआई आश्वस्त है वहीं बड़ा सवाल है कि तेजस्वी की गैरमौजूदगी में पटना में हो रही इस रैली में बिहार के कौन बड़े नेता शामिल होते हैं.भाजपा हराओ-देश बचाओ रैली के लिए सभी विपक्षी दलों के नेताओ को आमंत्रण देकर विपक्षी एकता प्रदर्शित करने का प्रयास किया गया है. जानकारी के मुताबिक इस रैली में कांग्रेस से गुलाम नबी आजाद शामिल होंगे तो राजद से तेजस्वी यादव को भी आने का आमंत्रण मिला था लेकिन उन्होंने इस सभा में आने से मना कर दिया. जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया की उपस्थिति में तेजस्वी की इस रैली में मौजूदगी पर पहले से ही संदेह था जिसे तेजस्वी ने नहीं आ कर पूरा कर दिया. तेजस्वी की जगह रैली में राजद की तरफ से रामचंद्र पूर्वे और तनवीर हसन शामिल होंगे. इससे पहले तेजस्वी पिछले महीने माले की रैली में भी शामिल नहीं हुए थे.,
