
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है राजनीतिक पार्टियों की रणनीति निर्माण का कार्य भी तेज हो गया है। बिहार चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री बहुत जल्दी ही भाजपा की राज्य कोर कमिटी की बैठक करेंगे। बैठक में एक तरफ जहां भाजपा की चुनावी रणनीति पर चर्चा की जाएगी तो दूसरी तरफ मजबूत और कमजोर क्षेत्रों का भी आकलन किया जाएगा। इसके साथ ही राहुल गांधी की यात्रा और गहन मतदाता पुनरीक्षण की भी समीक्षा की जाएगी।

बैठक में गृह मंत्री राज्य के नेताओं से बिहार की राजनीतिक परिस्थिति और आगे की रणनीति पर भी चर्चा करेंगे और सबकी राय जानेंगे। इसके साथ ही सीट शेयरिंग और गठबंधन के घटक दलों को विश्वास में लेने के मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी। पार्टी सूत्रों की मानें तो मजबूत और कमजोर क्षेत्रों के साथ अदला-बदली वाली सीटें भी लगभग चिह्नित हो चुकी हैं। अब आगे घटक दलों को इसके लिए सहमत कराने की चुनौती है। बैठक में उसका उपाय ढूंढ़ा जाएगा।
सत्ता विरोधी लहर और निष्क्रिय विधायकों का टिकट काटे जाने के बाद पेश आने वाली चुनौतियों से निपटने की भी इस बैठक में रणनीति बनेगी। उन मुद्दों का आकलन होगा, जिनको लेकर चुनाव में आगे बढ़ा जाएगा। इसके साथ ही वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपशब्द पर भी प्रतिकार करने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।