
पटना: छठ, महज एक पर्व ही नहीं बल्कि बिहार की पहचान बन चुकी है। छठ की महत्ता अब धीरे धीरे ग्लोबल बन चुका है। अब छठ पर्व बिहार समेत अन्य राज्यों और विदेशों तक पहुंच चुका है। अब यह पर्व सिर्फ बिहार के लोग ही नहीं विदेशों के लोग भी करने लगे हैं तो अब नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार भी छठ पर्व को लेकर एक खुशखबरी लाने वाली है।

दरअसल नरेंद्र मोदी की सरकार छठ पर्व को यूनेस्को की धरोहरों की सूची में शामिल करने की कवायद में जुट गई है। इसके लिए नामांकन की जांच प्रक्रिया करने की बात कही गई है। छठी मैया फाउंडेशन के अध्यक्ष संदीप कुमार दुबे द्वारा 7 जुलाई को महोत्सव को शामिल करने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के बाद भारत सरकार के अवर सचिव अंकुर वर्मा का एक पत्र एसएनए को भेजा गया।
नोडल एजेंसी के रूप में एसएनए के प्रस्ताव पर उचित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। प्राचीन लोक परंपराओं में निहित गहन आध्यात्मिक छठ पूजा वर्ष में दो बार आती है। यह पर्व बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के मिथिला क्षेत्र में मनाई जाती है। यह त्यौहार सूर्य (सूर्य देव) और छठी मैया को सम्मानित करता है, जिसे चार दिनों तक विस्तृत अनुष्ठानों के माध्यम से मनाया जाता है जो शुद्धिकरण, कृतज्ञता और अटूट भक्ति का प्रतीक है। नहाय-खाय के साथ इस पर्व की शुरुआत होती है जो चार दिनों तक चलता है।