
बिहार ब्रेकिंग डेस्क

एक तरफ सरकार लोगों को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए हर तरकीब बताते हुए फर्जी फोन कॉल से बचने की लगातार सलाह देती है बावजूद इसके कुछ अच्छे खासे पढ़े लिखे लोग भी जालसाजों का शिकार हो जाते हैं। एक बार फिर राजधानी पटना में एक डॉक्टर दंपत्ति साइबर जालसाजों का शिकार हो कर करीब दो करोड़ रुपए गंवा बैठे। जालसाजों ने पीड़ित डॉक्टर राधे मोहन प्रसाद को बीते 21 मई से डिजिटल अरेस्ट किया हुआ था। इस दौरान जालसाजों ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नाम सामने आने की धमकी दे कर करीब दो करोड़ रुपए ठग लिए।
मामले में साइबर डीएसपी रघुवेंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2005 में पीएमसीएच से रिटायर हुए डॉक्टर जिनकी पत्नी भी सेवा निवृत डॉक्टर और बेटा दिल्ली में डॉक्टर है को जालसाजों ने फोन किया। जालसाजों ने उनके नाम से मुंबई में सिम होने और कई लोगों से धोखाधड़ी किए जाने के मामले में केस दर्ज होने की बात कह मुंबई आने की बात कही।
इसके बाद जालसाजों ने उन्हें वीडियो कॉल कर डिजिटल अरेस्ट कर लिया और करीब 12 दिन में 2 करोड़ रुपए की ठगी कर ली। बड़ी बात है कि इस दौरान डॉक्टर दंपत्ति ने डिजिटल अरेस्ट होने की जानकारी अपने बेटे या परिवार के किसी और सदस्य को भी नहीं दी और जालसाजों के चक्कर में रुपए गंवाते रहे। अब मामला सामने आने के बाद साइबर पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।