
बिहार ब्रेकिंगः कभी नीतीश कुमार के खास विश्वासपात्र नेताओं में से एक रहे पूर्व सीएम जीतन राम मांझी आज विरोधी खेमे हैं। मांझी पर नीतीश कुमार को कितना भरोसा था यह दुनिया जानती है। नीतीश कुमार जीतन राम मांझी को सीएम की कुर्सी तक सौंप चुके हैं हांलाकि बाद में जीतन राम मंाझी को कुर्सी छोड़नी भी पड़ी। अब बार पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बयान से फिर बिहार की राजनीति में उबाल है। उनके बयान से यह सवाल भी बिहार की राजनीति के केन्द्र में आकर खड़ा हो गया है कि क्या जीतन राम मांझी फिर पाला बदलने की तैयारी में है।
क्या कहा है पूर्व सीएम मांझी ने?
मीडिया रिपोर्ट के हवाले से जो खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगर उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लेंगे, तो वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गठबंधन कर लेंगे. साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री श्असली दलित हितैषीश् कहलायेंगे. जीतनराम मांझी के बयान दिये जाने के बाद सत्ताधारी दलों के नेताओं ने उन्हें वोट बैंक के लिए राजनीति करनेवाला करार देते हुए कहा है कि ब्लैकमेल करना उनकी आदत हो गयी है. वे परिवारवाद की राजनीति करते हैं. जानकारी के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रस्ताव दिया है कि अगर मुख्यमंत्री न्यायपालिका में आरक्षण दें, तो वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गठबंधन कर लेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में आरक्षण देने पर वह दलितों के असली हितैषी कहलायेंगे.
