
बिहार ब्रेकिंग

स्वामी सहजानंद सरस्वती विचार केंद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जदयू के वरिष्ठ नेता ई शंभूनाथ सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के उस बयान का स्वागत किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सामाजिक न्याय की परिकल्पना धरातल पर तब तक स्वाभाविक आकार नहीं ले पाएगी जब तक समाज के सभी वर्ग एवं धर्म के लोगों की भागीदारी इसमें सुनिश्चित नहीं होगी।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर, डेलीहंट, Koo App, सिग्नल और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
सिन्हा ने कहा कि दुर्भाग्यवश पिछले तीन दशकों से एक वर्ग विशेष को सामाजिक न्याय का विरोधी साबित करने का प्रयास किया गया। ऐसी परिस्थिति में तेजस्वी यादव का यह दृष्टिकोण वैसे राजनेताओं के लिए एक गंभीर चेतावनी हो सकती है जो जात-पात के नाम पर अपनी राजनैतिक इमारत को बुलंद करना चाहते हैं। हालांकि तेजस्वी यादव अपनी कथनी एवं करनी में कितना सामंजस्य बैठा पाते हैं यह उस पर भी निर्भर करेगा।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर, डेलीहंट, Koo App, सिग्नल और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
सिन्हा ने कहा कि ब्रह्मर्षि समाज की बुनियाद ही सामाजिक न्याय और सद्भाव पर खड़ी है। इतिहास में इसके सैकड़ों उदाहरण मौजूद हैं परंतु अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के कारण कुछ लोगों ने एक साजिश के तहत इस समाज को खलनायक की तरह प्रस्तुत किया। यदि तेजस्वी यादव सही मायने में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार की बात पर कायम रह सके तो राज्य से जातीय और धार्मिक उन्माद स्वतः ही समाप्त हो जाएगा। स्वामी सहजानंद सरस्वती विचार केंद्र पिछले 15 वर्षों से इस बात के लिए ही अभियान चलाता रहा है कि किसी वर्ग विशेष पर अत्याचार सामाजिक न्याय की सही परिभाषा कभी नहीं हो सकती।