
बिहार डेस्कः बिहार की राजनीति में यह खबर अक्सर हलचल पैदा कर देती है कि लालू परिवार में सबकुछ ठीक नहीं है। राजद के राजनीतिक विरोधियों की ओर से सिलसिलेवार ताने और तंज आने लगते हैं और बिहार की राजनीति गरमा जाती है। मौजूदा वक्त में फिलहाल यही चल रहा है। तेजप्रताप यादव को लेकर यह कयास लगाये जा रहे हैं कि वे पार्टी और परिवार से नाराज चल रहे हैं। नाराजगी की हर बार एक हीं वजह बतायी जाती है वो हैं पार्टी और परिवार में उनकी अनदेखी। कई बार तो खुद तेजप्रताप यादव खुलकर अपना विरोध दर्ज कराते रहे हैं। सोशल मीडिया के मंच से भी कई बार उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की है। एकबार फिर जब वे पाटी की बैठक में नहीं पहुंचे तो यह कयास लगने लगा कि तेजप्रताप यादव नाराज चल रहे हैं या फिर उन्हें किनारे लगा दिया गया है। तेजप्रताप यादव ने इन सभी कयासांे पर अपना पक्ष रखा है। एक न्यूज बेवसाइट से बातचीत करते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोग पार्टी और परिवार में कलह के अफवाह उड़ाते हैं। सबकुछ ठीक है। मैं अपनी पार्टी की सरकार वापस लाने के लिए संघर्ष कर रहा हूं। पूरे बिहार में युवाओं के साथ घूमूंगा। दूसरी पार्टियों के लोग भी मुझे आकर मिल रहे हैं उन्हें भी पार्टी से जोड़ा जा रहा है। गरीबों, शोषितों और पिछड़ों को साथ लेकर चलना है। तेजप्रताप यादव ने कहा कि तेजस्वी से कोई मतभेद नहीं है। दिल से कहता हूं कि तेजस्वी हमारा मुख्यमंत्री होगा। 2019 में बीजेपी और एनडीए को चुनौती दंेगे।

तेजप्रताप ने बताया क्यों नहीं शामिल हुआ पार्टी की बैठक में
पार्टी की बैठक में शामिल नहीं होने पर तेजप्रताप यादव ने कहा कि मैं मथुरा गया हुआ था, वहां से लौटा तो मेरी तबियत खराब हो गयी थी इस वजह से पार्टी की बैठक में शमिल नहंी हो सका। वैसे पार्टी की हर बैठक में मैं शामिल होता रहा हूं।