
बिहार ब्रेकिंग

बिहार में शराबबंदी को लेकर पहले भी कई बार सियासी बहस हो चुकी है। शनिवार को मुख्यमंत्री के गृहजिले नालंदा में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के बाद एक बार फिर से नीतीश सरकार घिरते नजर आ रही है। नालंदा में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर सबसे पहले सरकार के घटक दल ‘हम’ के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने शराबबंदी कानून की समीक्षा करने की नसीहत दी। उसके बाद अब मुख्य घटक दल भाजपा ने भी शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला कर दिया है।
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शनिवार को भाजपा प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने भी अपनी ही सरकार पर कटाक्ष किया एवं शराबबंदी कानून को हास्यास्पद बता दिया। भाजपा प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शराबबंदी कानून की समीक्षा करने की नसीहत दे डाली साथ ही कहा कि शराबबंदी के नाम पर सिर्फ गरीब लोगों की गिरफ्तारी हो रही है। माफिया अब भी गिरफ्त से बाहर हैं। उन्होंने बिहार पुलिस को भी निशाना बनाया और कहा कि नालंदा से जहरीली शराब से मौत का मामला सामने आया है। अगर ये सच है तो इसका मतलब है कि प्रशासन सतर्क नहीं है।
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बिहार में शराबबंदी है, इसको लेकर इतना जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है बावजूद इसके बिहार में अवैध शराब की बिक्री कम नहीं हो रही है। प्रशासन के लोग सचेत नहीं हो रहे। शराबबंदी की गई है तो उसे जमीन पर उतरना चाहिए, सिर्फ कागज पर नहीं दिखना चाहिए। हालांकि इस सब के बीच उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद शराबबंदी के समर्थन में दिखे और उन्होंने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन हमारी सरकार कटिबद्ध है कि लोग शराब नहीं पीयें, शराब की बिक्री नहीं हो। इस तरह की घटनाएं होने पर कार्रवाई भी होती है। आने वाले दिनों में इस तरह की घटनाएं नहीं हो, इस पर भी सरकार काम करती है।