
बिहार ब्रेकिंग

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को विशेष दर्जा देने की मांग केंद्र सरकार से लंबे समय से कर रहे हैं। अभी फिलहाल में एनडीए गठबंधन के दो शीर्ष नेता पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और पूर्व शिक्षा मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के विशेष राज्य के दर्जे की मांग के बाद अब एक बार फिर से केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा देने का मांग शुरू कर दिया है। अब जदयू के प्रधान महासचिव के सी त्यागी ने कहा कि केवल बिहार ही क्यों, बिहार के अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और ओडिशा जैसे राज्य नीति आयोग की रिपोर्ट में कहीं नहीं आते।
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उन्होंने कहा कि बिहार में गरीबी की दास्तान वर्ष 1980 से ही शुरू हो गई, जिसमें एक दशक तक कांग्रेस की सरकारें बनती-बिगड़ती रहीं। फिर 15 साल तक लालू यादव का शासन रहा। इसके अलावा, बिहार के बंटवारे से कहानी और भी खराब हो गई। जदयू नेता ने कहा कि राज्य बंटवारे के बाद पर्यटन स्थल, सभी संसाधन, थर्मल पावर प्लांट, बड़े शिक्षा संस्थान और कोल -माइंस और उत्पादन के सभी साधन झारखंड में चले गए। इसके बाद सरकार को जिस तरह से प्रोत्साहन मिलने चाहिए थे वो नहीं मिले, जिसके चलते बिहार में असंतोष था। उन्होंने विशेष राज्य के दर्जे की याद दिलाते हुए कहा कि बिहार की सभी राजनीतिक दलों के लोगों ने एक साथ प्रस्ताव कर कहा था कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए।