
पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) मुखिया मायावती ने एक बार फिर चिंता जाहिर की है। साथ केंद्र और राज्य सरकारों के पेट्रोल और डीजल पर अतिरिक्त करों की बढ़ोतरी को लेकर भी तंज कसते हुए कहा कि क्या संविधान ने ऐसी ही ‘कल्याणकारी सरकार’ का सिद्धान्त सुनिश्चित किया है? बता दें, मायावती ने इससे पहले भी इस मुद्दे पर सरकार की खामोशी को दुखद बता चुकी हैं। साथ ही बीएसपी की ओर से मांग की थी सरकार महंगाई बढ़ाने वाले इस मुद्दे पर तुंरत ध्यान दे।

बसपा प्रमुख ने रविवार को दो ट्वीट किए। पहले में लिखा, ‘देश में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस जैसी जरूरी वस्तुओं की कीमत पर से सरकारी नियंत्रण हटने के बाद इनके दाम बेलगाम होकर जिस प्रकार से तेजी से अनवरत बढ़ रहे हैं उससे हर जगह हाहाकार मचा हुआ है व जनता का जीवन अति-दुःखी व त्रस्त है। स्थिति की गंभीरता का संज्ञान लेकर सरकार इसका हल निकाले।’ मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘साथ ही केन्द्र व राज्य सरकारें खासकर पेट्रोल व डीजल पर अतिरिक्त करों की जो मनमानी वृद्धि कर रही हैं उससे ही इनकी कीमतें आसमान छू रही हैं व करोड़ों गरीब व बेरोजगार जनता पर इसका सीधा बोझ आएदिन बढ़ रहा है। क्या संविधान ने ऐसी ही ‘कल्याणकारी सरकार’ का सिद्धान्त सुनिश्चित किया है?’