
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात करने के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में नीतीश कुमार ने कहा कि फाइनेंसियल ईयर है उसका तो एक्जिक्युशन शुरू हो जाएगा| यह सब बात तो हमलोगों की पहले से है इसलिए इसलिए कोई स्पेसिफिक या ख़ास बात की आवश्यकता नही थी| बिहार में विकास तो बहुत हो रहा है| आज कल तो जो पॉजिटिव चीजें हैं उनके बारे में चर्चा कम होती है, लेकिन जब कोई यूं ही अनाप-शनाप बयान दे देता है| वही सब चलता रहता है| आप देख लीजिये कि बिहार में कितना ज्यादा एजुकेशन के क्षेत्र में विकास हुआ है| सड़कों का कितना ज्यादा निर्माण हुआ है| कितने लोगों को काम करने का मौक़ा मिला है और कितना व्यापार बढ़ा है| \

हां, उद्योग उतना ज्यादा नहीं बढ़ा है लेकिन व्यापार काफी बढ़ा है| पहले क्या था और आज लोगों की आमदनी कितनी बढ़ी है| आप बिहार का बजट देख लीजिए| हमलोग जब सरकार में आये थे तो मुश्किल से बिहार का बजट 24 हजार करोड़ रूपये का भी नहीं था| अब वह बढ़कर दो लाख करोड़ रूपये से ज्यादा का हो गया है| हमलोग प्रारंभ से ही हर क्षेत्र में विकास का काम कर रहे हैं| हमलोगों ने हर घर बिजली पहुंचा दिया| हर घर नल का जल पहुंचाने का काम भी लगभग पूरा हो गया है| हर घर में शौचालय का निर्माण, हर घर तक पक्की गली और नाली का निर्माण के अलावे इन चीजों को मेंटेन रखने की व्यवस्था भी की जा रही है| ऐसा नही है कि हमलोगों ने सिर्फ नल का जल हर घर तक पहुंचा दिया बल्कि उसके मेंटेनेस का भी प्रबंध किया जा रहा है|
हमलोगों का इसपर भी ध्यान है| अगर कोई सड़क का निर्माण करेंगे तो हमलोगों उसे मेंटेन रखने का भी नियम बना दिया है| रोजगार की जहां तक बात है तो जब हमलोगों को मौक़ा मिला उसके पहले जो लोग थे तो कहां किसी को रोजगार देते थें| अब सरकारी सेवा या पुलिस में देख लीजिए कितने लोगों को रोजगार मिला है| रोजगार के मामले में महिलाओं को ही देख लीजिए सिर्फ पढ़ाने में ही नही पुलिस और जनप्रतिनिधित्व के रूप में भी किस प्रकार से बिहार में महिलायें आगे बढ़ी हैं|
पहले कितनी कम लड़कियां शिक्षा हासिल कर पाती थीं लेकिन शैक्षणिक संस्थानों में आज स्थिति यह है कि लड़का-लड़की दोनों की संख्या लगभग बराबर हो गयी है| वास्तव में जो काम हुआ है पहले इन सब चीजों पर चर्चा होती थी, लेकिन आज कल जो पॉजिटिव चीजें हैं उनको किनारे करके कुछ और ही चर्चा शुरू हो जाती है| हमलोगों ने जो भी घोषित किया है कि सरकारी सेवा और गैर सरकारी क्षेत्र में रोजगार बढ़ेगा| हर जगह रोजगार के अवसर बढ़ेंगे| लोगों को मौक़ा मिलेगा| हमलोग उसी दृष्टिकोण से काम कर रहे हैं| बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग तो हमलोग पहले से ही कर रहे हैं| यह कोई नई मांग नही है| आपको याद होगा इसके लिए हमलोग कितना मूवमेंट किये हैं| इसके लिए हमलोगों ने हर तरह से प्रयास किया है| 15 साल राज करनेवाले लोगों को बहुत ज्यादा समझ नही है|