
लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान को लेकर बिहार की राजनीति का पारा एक बार फिर चढ़ गया है. दरअसल पूरी राजनीति अतिथि के सामने आने से गरमा गई है. चिराग पासवान को एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा गया था जिससे यह साफ हो गया कि चिराग पासवान केंद्र की एनडीए का हिस्सा है. बिहार के पूर्व सीएम और हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी को यह नागवार गुजरा है और उन्होंने इस पर आपत्ति जताई है.

हम ने कहा कि जिस चिराग पासवान ने विधानसभा चुनाव में एनडीए के पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है उसको बैठक में बुलाना ठीक नहीं है. इससे गलत संदेश जाएगा. बीजेपी के फैसले से हमलोग आहत है. एनडीए के साथ आगे मांझी रहेंगे की नहीं यह फैसला मांझी को करना है. चिराग पासवान ने विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर जेडीयू प्रत्याशियों के खिलाफ उम्मीदवार उतारा. जिसके कारण जेडीयू को करीब 25 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा. लेकिन अब इस बैठक में चिराग पासवान के बुलाए जाने पर जेडीयू खामोश है.