
बिहार ब्रेकिंग
बिहार विधानसभा चुनाव के वक्त से ही बिहार में सियासी उठापटक चल रही है। चुनाव के वक्त एनडीए में रहते हुए भी लोजपा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरुद्ध मोर्चा खोल कर चुनाव में उतरी थी। एनडीए के घटक दल होने के बावजूद मोर्चा खोलने वाले लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब अंदरूनी कलह की वजह से मुश्किल में दिखाई दे रहे हैं। दरअसल पार्टी के अंदर ही कलह इतना मच गया है कि उनकी पार्टी के नेताओं ने ही उनका विरोध करने का ऐलान कर दिया है।

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रविवार को राजधानी पटना के एक होटल में हुई बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में नेताओं ने दावा किया कि वे एनडीए के समर्थक हैं और इसी घटक के किसी दल में जायेंगे। उन्होंने चिराग पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बैठक में एनडीए के घटक दल जदयू-भाजपा तथा हम-वीआईपी से सम्पर्क साधने के लिए पांच-पांच नेताओं की दो अलग-अलग टीमें भी बनाई गई है।
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लोजपा के पूर्व प्रदेश महासचिव केशव सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में दलित सेना के प्रदेश महासचिव सुभाष पासवान, पूर्व प्रदेश महासचिव रामनाथ रमण, विश्वनाथ कुशवाहा, दीनानाथ क्रांति, पारसनाथ गुप्ता, अशोक पासवान, प्रो. एजाज उस्मानी, पारसनाथ गुप्ता, श्रम प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कौशल किशोर सिंह कुशवाहा, प्रदेश सचिव ई. विजय कुमार सिंह समेत 27 नेताओं ने लोजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बताया गया कि सभी ने केशव सिंह के नेतृत्व में आस्था व्यक्त की। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि चिराग पासवान ने स्व. रामविलास पासवान के सपने को चकनाचूर किया है तथा पार्टी को गर्त में ले जाने का काम किया है।
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