
बिहार में विधानसभा के चुनाव के बाद सरकार का गठन हो चुका है लेकिन ऐसा लगता है बिहार अभी चुनावी मूड में है. राजनीतिक दोनों का ध्यान संगठन की मजबूती पर है. सत्ताधारी एनडीए के दोनों महत्वपूर्ण दल जेडीयू और बीजेपी संगठन पर विशेष ध्यान दे रहे हैं.

राजगीर में बीजेपी का प्रशिक्षण शिविर चल रहा है. और इस शिविर में पूर्व डिप्टी सीएम Sushil मोदी कहीं दिखाई नहीं दिए. सवाल यह है कि क्या सुशील मोदी बिहार मामलों से बिल्कुल अलग कर दिए गए हैं और वाकई उन्हें पूरी तरह से किनारे लगा दिया गया है.नालंदा के राजगीर में शनिवार से बीजेपी का दो दिनों का राज्यस्तरीय प्रशिक्षण शिविर शुरू हो गया. शनिवार को इसका उद्घाटन हुआ. उसमें भूपेंद्र यादव थे, संजय जायसवाल थे, राधामोहन सिंह थे लेकिन सुशील मोदी कहीं नहीं थे. इस दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में बीजेपी की प्रखंड से लेकर प्रदेश तक की इकाई को प्रशिक्षित किया जाएगा. कार्यक्रम में मौजूद पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने बताया कि राजगीर में आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर में राज्य के सभी कद्दावर नेता, संगठन के सभी बड़े नेता और केंद्र से जुड़े नेता शामिल हो रहे हैं.