
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए में और सरकार में बीजेपी की हैसियत बदल चुकी हैं. बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में है और जेडीयू बीजेपी के 74 सीटों के मुकाबले 43 सीटों के साथ छोटे भाई की भूमिका में है. बिहार में जेडीयू का कद छोटा करने में चिराग पासवान की अहम भूमिका रही. है, विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने जेडीयू को 25 से 30 सीटों का नुकसान पहुंचाया है. जेडीयू चाहती है कि चिराग पासवान को केंद्र की एनडीए से बाहर किया जाए लेकिन बीजेपी ने क्लियर कर दिया है कि 2024 तक चिराग पासवान एनडीए या के साथ बने रहेंगे

.बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार ने आज कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव मे एलजेपी का बीजेपी के साथ गठबंधन हुआ था इसलिए 2024 के लोकसभा चुनाव तक एलजेपी एनडीए का हिस्सा है। 2024 के बाद परिस्थितियां तय करेंगी कि लोजपा के साथ बीजेपी की दोस्ती रहेगी या नहीं।