
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राजगीर भ्रमण के दौरान नए रूप में के निर्माण कार्य का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने केबिन, रैंप एवं यात्रियों के पहुंचने की रास्ते की भी जानकारी ली. नए रोपवे के बारे में जानकारी दी गई कि इसका एक्सीलरेशन और डी एक्सीलरेशन अपने आप में यूनिक हैं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राम के बगल में मजबूत रेलिंग देने के निर्देश दिए ताकि यात्री सुरक्षित आ जा सके. नए रोपवे के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया.

उन्होंने पुराने रोपवे का भी निरीक्षण किया और उसके बेहतर रखरखाव को लेकर अधिकारियों को कई सुझाव दिए. पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर का नया रोपवे 25 अक्टूबर 2019 तक ही बनकर तैयार हो जाना था लेकिन कुछ मॉडिफिकेशन कार्य के साथ-साथ कोरोना के चलते भी इसमें देरी हुई. इसे हर हाल में फरवरी से पहले तैयार कर लेना है. इसके निर्माण से पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी काफी सुविधा होगी. नए रोपवे के निर्माण कार्य के निरीक्षण के पश्चात मुख्यमंत्री ने घोड़ा कटोरा का भ्रमण किया. भ्रमण के दौरान घोड़ा कटोरा पार्क, घोड़ा कटोरा झील का भी उन्होंने निरीक्षण किया. उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जंगल के कचरे अथवा अवशेष को नहीं जलाएं बल्कि इसे एक जगह किसी गड्ढे में रख दें ताकि वह खाद के रूप में परिणत हो सके. अवशेष को जलाने से पर्यावरण को नुकसान होता है. भ्रमण के पश्चात मुख्यमंत्री राजकीय अतिथिशाला गए. जहां सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक श्रवण कुमार, विधायक कौशल किशोर, विधायक जितेंद्र कुमार, विधायक कृष्ण मुरारी शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया.
भ्रमण के दौरान मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, कला संस्कृति एवं युवा विभाग के प्रधान सचिव मन्नू भाई परमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, पटना रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संजय सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, नालंदा के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, नालंदा पुलिस अधीक्षक निलेश कुमार सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.