

एसोसिएशन ऑफ इंडिपेंडेंट स्कूल्स बिहार इकाई ने मुख्यमंत्री और सचिव को पत्र लिख कर महामारी के इस दौर में स्कूल बसों के लिए टैक्स में छूट की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सी बी सिंह ने कहा है कि कोरोना महामारी की वजह से पूरा देश आर्थिक मंदी की दौर से गुजर रहा है। इस मंदी की दौर में निजी विद्यालयों की स्थिति दयनीय हो चुकी है।
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अभिभावकों का एक बड़ा तबका फीस नहीं देने पर बाध्य या आमादा हैं साथ ही सरकारी निर्देशानुसार लॉक डाउन की परिस्थिति में अभिभावकों से परिवहन शुल्क नहीं लेने को कहा गया है।

निजी विद्यालयों को इस परिस्थिति में रियायत हेतु सरकार द्वारा परिवहन टैक्स में कुछ मदद एवं रियायत की घोषणा विगत मार्च अप्रैल माह में की गई थी परंतु जुलाई माह से रियायत खत्म हो गई साथ ही परिवहन विभाग द्वारा पेनाल्टी भी ली जाने लगी है। इतना ही नहीं स्कूल बसों के लिए भी फिटनेस टैक्स, इन्शुरन्स प्रीमियम, रोड परमिट इत्यादि में भी रियायत खत्म कर दी गई है।
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स्कूल पूर्णतया बंद होने की वजह से मार्च अप्रैल महीने से स्कूल में कोई बच्चे नहीं आ रहे हैं बावजूद इसके विद्यालयों को परिवहन में रियायत नहीं दी जा रही है जिसकी वजह से निजी विद्यालय प्रबंधन के सामने आर्थिक समस्याओं का अंबार खड़ा है। उन्होंने मुख्यमंत्री एवं सचिव से पत्र के माध्यम से बिहार के निजी विद्यालयों के बसों के टैक्स एवं अन्य शुल्क में एक बार फिर से रियायत की मांग की है।