
बिहार ब्रेकिंग
युवा जनता दल यू के प्रदेश प्रवक्ता ओमप्रकाश सिंह सेतु ने मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना की सराहना करते हुए कहा है कि 2006 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर शुरू की गई साइकिल योजना ने बेटियों को पंख देकर उड़ना सिखाया है। 2005 तक राज्य में महज 1.75 लाख लड़कियां मैट्रिक परीक्षा में शामिल होती थी, परन्तु साइकिल योजना से लड़कियों में पढ़ने की ललक पैदा हुई आर आज 2020 में करीब 8.75 लाख लड़कियां मैट्रिक की परीक्षा में शामिल हो रही हैं। यह संख्या अभी और भी बढ़ेगी।

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ओमप्रकाश सिंह सेतु ने कहा कि 2006 के पहले तक बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में महिला शिक्षा की दर संतोषजनक नहीं थी, इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बालिका शिक्षा के दर में वृद्वि लाने और बालिकाओं में पड़ने की ललक पैदा करने के लिए मुफ्त साइकिल देकर लड़कियों को प्रोत्साहन दिया। पहले साइकिल के लिए बालिकाओं को दो हजार रुपए दिए जाते थे अब साइकिल के लिए 3000 रुपए दिए जाते हैं। सेतु ने कहा साइकिल योजना से 2006 से 2020 के बीच करीब एक करोड़ 81 लाख बालिकाओं को साइकिल के लिए आर्थिक मदद दी गयी है। योजना पर अब तक 14 अरब 9 करोड़ रुपए खर्च किये गए हैं।
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सेतु ने कहा कि पहले स्कूलों में लिंग अंतर में बहुत अंतर था। मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना के लागू होने से यह अंतर काफी कम हो गया है। उन्होंने कहा कि साइकिल योजना ने बेटियों में ऐसा आत्मविश्वास भरा कि अब न सिर्फ मैट्रिक परीक्षा में छात्र व छात्राओं की संख्या लगभग बराबर रहती है, बल्कि कॉलेजों व प्रतियोगी परीक्षाओं में भी लड़कियां रिकार्ड प्रदर्शन कर रही हैं। सेतु ने इस महत्वकांक्षी योजना को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार जताया है।