

नीतीश कुमार ने अपने पंद्रह वर्ष के शासनकाल में न्याय के साथ विकास के मूल मंत्र पर काम कर बिहार के वैभव को पुनः स्थापित करने का काम किया है, ये मानना है बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री डॉ अशोक चौधरी का। अशोक चौधरी आज वर्चुअल सम्मेलन के आठवें दिन बरौली, सोनपुर, राघोपुर एवं उजियारपुर विधानसभा के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पंद्रह वर्ष पहले शासन करने वाले लोगों की सोच भूरा बाल साफ करो की थी, जो बिहार कभी भगवान बुद्ध, महावीर एवं गुरु गोविन्द सिंह की धरती थी उस धरती को उनलोगों ने जातीय नरसंहार, धार्मिक दंगे और फिरौती उद्योग को संरक्षण देकर रक्तरंजित करने काम किया था। नीतीश कुमार ने 2005 में सत्ता संभालने के बाद अपराधियों के संरक्षण को खत्म कर कानून का राज स्थापित किया। अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल में मूलभूत संरचनाओं का निर्माण किया, पुल-पुलियों का निर्माण किया, सड़कों का निर्माण किया और यही कारण है कि पटना से सभी शहरों की दूरी 6 घंटों में तय होने लगी है।
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उन्होंने कहा कि बिहार जैसे राज्य जहाँ की 85% आबादी गाँवों में रहती है और उनका मुख्य पेशा कृषि पर आधारित है उनके लिए नीतीश कुमार ने अपने 15 वर्ष के शासनकाल में तीन-तीन कृषि रोडमैप तैयार करवाया। जिसके तहत पहले बंजर भूमि को सिंचित करने और कृषि की पैदावार बढाने का काम किया। यही कारण आज पूरे प्रदेश में पैदावार बढी। अगर हम सिर्फ राघोपुर विधानसभा के आँकड़ों को देखें तो वर्ष 2004-05 में जहाँ 23735 मिट्रिक टध चावल का उत्पादन था वहीं वर्ष 2017-18 में चावल का उत्पादन 90207 मिट्रीक टन तक पहुँच गया। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को आह्वान करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान आप सभी लोग WHO एवं ICMR के निर्देशों का पालन करिये और लोगों के बीच जागरुकता को बढाइये जिससे हमलोग इस महामारी के साथ लड़ाई में विजय प्राप्त कर सकें ।