
सेंट्रल डेस्कः चुनावी साल में वोटरों को लुभाने की कवायद तेज है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी होने है। इसलिए वोटरों को लुभाने के नये नये तरीके भी सामने आ रहे हैं। एक तरफ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह वोटरों के बीच प्रेशर कुकर बांटने जा रहे हैं तो दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान छाता बांट रहे हैं। इस बीच यह बड़ा सवाल है कि क्या प्रेशर कुकर और छाता बांटने से रमण सिंह और शिवराज सिंह चैहान की सत्ता में वापसी हो जायेगी? इसके पहले रमन सिंह सरकार मुफ्त में टिफिन, मोबाइल, साइकिल, सिलाई मशीन, लैपटॉप, चरण पादुका, साड़ी, कंबल, स्कूली ड्रेस और ऐसी ही जरूरत की चीजें बांट चुकी है. अब बारी प्रेशर कुकर की है. ये ब्रांडेड प्रेशर कुकर तीन से पांच लीटर के बीच के होंगे. इसे लेकर माथापच्ची चल रही है. अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा और खरीददारी करने वाले अफसरों से सौदा हो गया, तो हफ्ते भर के भीतर भुगतान भी हो जाएगा. इसके बाद कुकर मिलने शुरू हो जाएंगे.यह कुकर अन्त्योदय योजना के तहत मुफ्त वितरित किए जाएंगे। वहीं बारिश से बचाने वाला छाता विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े मध्य प्रदेश में चुनावी मुद्दा बन गया है. दरअसल, सूबे के मंत्री विश्वास सारंग ने सामूहिक रक्षाबंधन कार्यक्रम में महिलाओं को ऐसे छाते बांटे हैं, जिसको विरोधी पार्टियों ने मुद्दा बना लिया है.मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की नरेला विधानसभा से विधायक और शिवराज सरकार में मंत्री विश्वास सारंग गुरुवार को अपनी विधानसभा की महिलाओं से राखी बंधवाने पहुंचे. इस दौरान मंत्री ने हजारों महिलाओं से राखी बंधवाई और बदले में उन्हें छाते बांटे. इन छातों पर मंत्री सारंग की तस्वीर और बीजेपी के चुनाव चिन्ह कमल का चित्र लगा है, जो कांग्रेस को पसंद नहीं आ रहा है.
