
बिहार ब्रेकिंग-रंजीत पाठक-वैशाली

खबर वैशाली के गोरौल से है जहां होम क्वारंटाइन होने वाले प्रवासी मजदूरों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी आदेश के मुताबिक ग्रीन जोन से आए प्रवासी मजदूरों को होम क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया। लेकिन इन प्रवासी मजदूरों को होम क्वारंटाइन होने के लिए अपने घर में जगह नहीं है। जिसके चलते उन्हें होम क्वारंटाइन के नाम पर जंगल झाड़ में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। यह नजारा लोदीपुर पंचायत का है, जहां एक दर्जन प्रवासी मजदूर जो गुजरात से लौटे हैं उन्हें होम क्वारंटाइन के लिए प्रशासन द्वारा कह दिया गया जिसके बाद वे इसी जंगल झाड़ में तंबू के नीचे रहने को मजबूर हैं।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
इन प्रवासी मजदूरों का कहना है कि उनके घर में होम क्वारंटाइन के लिए जगह नहीं है जिसके चलते जंगल झाड़ में तंबू लगाकर रहना पड़ रहा है जहां उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दिन में चिलचिलाती धूप में उन्हें इस तंबू में रहना पड़ता है। वहीं रात्रि में मच्छरों के आतंक से उनका सोना मुहाल हो जा रहा है। प्रवासी मजदूरों का कहना है कि इतना कष्ट झेलने के बावजूद न तो स्थानीय जनप्रतिनिधि और न ही प्रशासन की ओर से इसकी कोई सुधि लेने आया है जिसके चलते उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।