
ईवीएम ने बूथ लूट, मतपेटी से जिन्न निकलना बंद किया। लाठी में तेल पिलाने वाले ही आनलाइन चुनाव प्रचार के खिलाफ माहौल बनाने मेें लगे

कोरोना महामारी के काल में भी बिहार में सभी दल विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। कोरोना महामारी से लड़ाई के मामले में विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। विपक्षियों के इस हमले के जवाब देने में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी पीछे नहीं रह रहे हैं और विपक्षी दलों के हमले का लगातार जवाब देते रहते हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को उन्होंने ट्वीट के जरिये विपक्ष पर हमला किया एवं ट्वीट किया कि ‘कोरोना संक्रमण ने दुनिया भर में जब कामकाज का तरीका बदल दिया, तब इस साल बिहार विधानसभा का चुनाव भी डिजिटल तरीके से आनलाइन क्यों नहीं हो सकता? चुनाव आयोग अगर ऐसी व्यवस्था करता है, तो वह निष्पक्षता और पारदर्शिता भी सुनिश्चित करेगा। इसको लेकर केवल वही लोग दुराग्रही हो सकते हैं, जिन्हें ईवीएम आने के बाद से बूथ लूट कर सत्ता हथियाने के मौके मिलने बंद हो गए। गरीबों के वोट लूटकर मतपेटियों से जिन्न निकलने का दावा करने का तिलिस्म टूटने से बौखलाए लोग आनलाइन चुनाव प्रचार के विरुद्ध नरेशन गढ़ने में लग गए।’
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
वहीं उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि ‘जिन लोगों ने आईटी-वाईटी का मजाक उड़ाया, वे आज इसी आईटी-वाईटी के सहारे किसी अज्ञात स्थान या जेल से सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। इन लोगों ने आधार कार्ड और जन-धन खातों का भी विरोध किया, लेकिन इस कोरोना आपदा के समय आईटी से लैस इन खातों के जरिये करोड़ों गरीबों, महिलाओं और बुजुर्गों के हाथ तक पैसे पहुंचे। चुनाव हो या सरकारी योजना, डिजिटल तरीका भ्रष्टाचार और धांधली रोकने वाला है, इसलिए घोटालेबाज हमेशा इसका विरोध करते हैं।’